गोपालगंज: चमकी बुखार एवं कालाजार उन्मूलन अभियान के आईआरएस में सहयोग करें सभी विभाग-डीएम
गोपालगंज जिला पदाधिकारी डॉ नवल किशोर चौधरी के अध्यक्षता में जिला स्तर टास्क फोर्स बैठक आयोजित किया गया। जिसमें जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकरी डॉक्टर सुषमा शरण के द्वारा चमकी बुखार , जपानी बुखार एवं कालाजार पर पीपीटी के माध्यम से जिला स्तर के विभिन्न विभाग के पदाधिकारी को चमकी बुखार, जपानी बुखार एवं कालाजार बुखार पर विस्तार पूर्वक जानकारी दिया गया। जैसे चमकी बुखार (एक्यूट एनसेफ्लाइटिस सिंड्रोम) एक रहस्यमय रोग है जो बिहार के मुजफ्फरपुर और उसके आसपास के कुछ जिलों में छोटे बच्चों को होता है। इसमें रोगी के शरीर में झटके आते हैं जिसे स्थानीय बोली में ‘चमकी’ कहा जाता है।डीएमओ ने बताया कि गोपालगंज जिला में सभी स्मार्ट क्लास में चमकी बुखार एवं कालाजार से संबंधित विडियो क्लिप दिखाना सुनिश्चित कि जाय ताकि आम जान जागरूक हो सकें।
गोपालगंज जिला के सभी प्रखंडों में कालाजार से बचाव के लिए आईआरएस शूरू हो चुका चुका है। घर घर जाकर छिड़काव किया जा रहा है। ताकि बालू मक्खी का खात्मा हो सके। दो सप्ताह से अधिक बुखार होना कलाज़ार का लक्षण है। सभी स्वास्थ्य केंद्रों में जाँच एवं उपचार की मुफ्त सुविधाएं उपलब्ध है।
डीएम डॉ नवल किशोर चौधरी ने बताया कि चमकी बुखार की चपेट में आने वाले बच्चे ज्यादातर 1-15 साल आयु-वर्ग के होते हैं। बच्चा उल्टी करता है, उसे बुखार आता है। बुखार कभी पहले या कभी अन्य लक्षणों के प्रकट होने के बाद भी आ सकता है। सिर और पूरे शरीर में दर्द होता है। अचेत होने जैसा महसूस होता है। चलने-फिरने में कठिनाई होती है। शरीर में और सिर में झटके लगते हैं और रोगी का मस्तिष्क प्रभावित होता है। बोलने और चीजों को समझने में दिक्कत होती है। मिर्गी जैसे दौरे आने लगते हैं।
इस डीटीएफ बैठक में शामिल पदाधिकरी डीडीसी अभिषेक रंजन, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी सीमा कुमारी, जिला पंचायती राज पदाधिकारी आनन्द कुमार, जिला आपूर्ति पदाधिकारी कैशर जमाल, जिला शिक्षा पदाधिकारी राजकुमार शर्मा, जिला पशुपालन पदाधिकारी डॉक्टर जाहिद, जिला कार्यक्रम जीविका अमित कुमार, जिला कल्याण पदाधिकारी श्री संजय कुमार, सीएस डॉक्टर बिरेंद्र प्रसाद , वीडीसीओ बिपिन कुमार, डीवीबीडीसी अमित कुमार, यूनिसेफ रूबी कुमारी, केयर से आनन्द काश्यप पीसीआई से आरएमसी बच्चू आलम भी मौजूद थे।