गोपालगंज के बैकुंठपुर में छात्रों द्वारा किये गए आन्दोलन के 36 घंटे बाद जगा प्रशासन
गोपालगंज जिला के बैकुंठपुर प्रखंड में बिजली की लचर व्यवस्था से नाराज छात्रों ने आंदोलन किया और न सुधरने पर और अधिकारियों द्वारा अभद्र बोलने पर छात्र नेताओं ने आमरण अनशन पे बैठने का फैसला किया। आमरण अनशन पे बैठने वाले मनीष ऋषि, मनीष कौशिक, विक्की सिंह व बिकु सिंह समेत कई छात्र थे।
छात्र नेताओ का आरोप था कि जिले के अधिकारी द्वारा हमलोगों को अपशब्द बोला गया। वो लोग अनशन पे बैठे रहे और अपने मांग पे अड़े रहे। उनलोगों का मांग था कि जब 4-5 मेगावाट बिजली बैकुंठपुर वासियो को मिल रही है तो उनसे 10-12 मेगावाट का पैसा क्यो असूला जा रहा है। दूसरा मांग था कि मीटर रीड करके बिल कटे। तीसरा मांग था सुबह 4 बजे से 7 बजे तक और शाम 5 बजे से 10 बजे तक बिजली निश्चित तौर पे रहे। 36 घंटे संघर्ष करने के बाद बैकुण्ठपुर के अंचल पदाधिकारी जिले से आए 2 विधुत विभाग के अधिकारि व कई विधुत बिभाग के अधिकारियों द्वारा उचित आश्वाशन दिया गया और जिस अधिकारी ने अपशब्द कहे थे उन्होंने फ़ोन पे माफी मांगी। मेडिकल टीम द्वारा सभी अनशनकारियों का हेल्थ चेक अप हुवा उसके बाद पांचों छात्र व युवा नेताओ को अंचल अधिकारी व जिले से आये विधुत अधिकारियों ने अपने हाथ से जूस पिला के आमरण अनशन तोड़वाई।
मौके पर राकेश रंजन सिंह, अशोक चौबे , जिला परिषद सदस्य विजय बहादुर यादव, महताब आलम, कुंदन सिंह, अमन सिंह ,सचिन तिवारी राहुल कुमार, अभी पांडेय, बरुन कुमार, प्रियेश कुमार , सहित सैकड़ों की संख्या में छात्र व स्थानीय कई समाजसेवी उपस्थित थे।