मुंगेर में ऑक्सीजन के अभाव में वृद्ध की हुई मौत, शव ले जाने के लिए नहीं मिला एंबुलेंस
मुंगेर सदर अस्तपताल में ऑक्सीजन के अभाव में कथित तौर पर 55 वर्षीय वृद्ध की मौत हो गई। परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया है साथ ही शव को ले जाने के लिए अस्पताल द्वारा एंबुलेंस भी नहीं दिया गया। परिजन मालवाहक से शव को लेकर घर गये।
दरअसल, बिहार में समान काम समान वेतन की मांग को लेकर पिछले पांच दिनों से संविदा कर्मी अनिश्चित कालीन हडताल पर हैं। इसका असर स्वास्थ व्यवस्था पर पड़ रहा है। ताजा मामला मुंगेर के सदर अस्पताल की है। यहां जमालपुर के निवासी 55 वर्षीय गिरजा दास की तबियत बिगड़ने बाद सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया।
वहीं डॉक्टरों ने प्रथामिकी उपचार के बाद गिरजा दास को पुरुष सर्जिकल वार्ड में ट्रांसफर कर दिया। जिसके बाद परिजन खुद मरीज को लेकर पुरुष वार्ड पहुंचे, मगर यहां मरीज को ऑक्सीजन लगाने में देरी होने के कारण मरीज की मौत हो गयी। । मौत के बाद परिजनों ने अस्पताल प्रबंधक पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया।
वहीं, सदर अस्पताल उपाधीक्षक राकेश कुमार ने बताया की जब मरीज सदर अस्पताल पहुंचा तो उसकी स्थिति काफी गंभीर थी। इमरजेंसी वार्ड से पुरुष वार्ड में सिफ्टनिंग के दौरान मरीज की मौत हो गयी। ऑक्सीजन में देरी की बात गलत है। वहीं, उपाधीक्षक ने एंबुलेंस नहीं रहने के सवाल पर बताया की सदर अस्तपताल को एक एबुलेंस मिला है लेकिन किसी मामले को लेकर वह मुफ्फसिल थाना में लगी है।
Source : eenaduindia.com