गोपालगंज में विभिन्न जगहों से तीन यात्री हुए नशाखुरानी गिरोह का शिकार
गोपालगंज में आजकल फिर नशाखुरानी गिरोह के सदस्यों के सक्रियता बढ़ गई है। जब भी कोई त्योंहार आता है तब नशाखुरानी गिरोह के सदस्य सक्रिय हो जाते है। आजकल भी त्योंहार का सीज़न चल रहा है। ठीक जैसे जैसे त्योंहारों सीज़न शुरू होगा वैसे ही नशाखुरानी गिरोह के सदस्य सक्रिय हो जाएंगे। गोपालगंज में अलग अलग जगहों से अपने घर आ रहे तीन यात्रियों को नशाखुरानी गिरोह के सदस्यों ने अपने चंगुल में फंसा लिए। नशाखुरानी के चंगुल में फंसने के बाद सभी यात्री अपने गाढ़ी कमाई को गवा बैठे।
सबसे पहला नशाखुरानी का शिकार हुआ माँझा थाना क्षेत्र के सिकमी गांव के शोहराब शाह के 22 वर्षीय पुत्र सहादत अली। सहादत अली घर से दिल्ली गया था, दिल्ली से उसे विदेश जाना था। लेकिन जिस कंपनी के तरफ से विदेश जाना था उस कंपनी ने विदेश जाने के लिए सही समय पर टिकट नही दिया। जिससे सहादत अली दिल्ली से घर आ रहा था। सहादत अली सिवान तक सही सलामत आया। उसके बाद वह सिवान से गोपालगंज के लिए बस पकड़ कर घर आने लगा। वह सिवान से गोपालगंज के लिए दानिश नामक बस में बैठा। बस में बगल के सीट पर एक और लड़का बैठा था। तभी बस में बैठे बगल के सीट पर एक लड़का ने दोस्ती का झांसा देकर मीरगंज में कोल्ड ड्रिंक्स पीने को कहकर बस से नीचे उतरा और कोल्ड ड्रिंक्स खरीदकर लाया और पीने को दिया। जैसे ही कोल्ड ड्रिंक्स को सहादत अली ने पिया की नशाखुरानी गिरोह के चंगुल में फंस गया। उसके बाद वह उससे सारा सामान और पैसा लेकर उतरने वाला ही था कि दानिश बस के कंडक्टर ने उसे देख लिया। कंडक्टर ने तुरंत फ़ोन करके अपने बस मालिक को सूचना दिया। सूचना मिलते ही बस ने अपने कंडक्टर को उस नशखुरानी गिरोह के सदस्य के ऊपर नज़र रखने को कहा। जैसे ही गोपालगंज बस आई तो बस मालिक और उनके साथ दो तीन और लोग बस के आने का इंतज़ार कर रहे थे। जैसे ही गोपालगंज बस पहुँची नशाखुरानी गिरोह के सदस्य को बस मालिक ने पकड़ लिया और उससे गहन पूछताछ करने लगे। पूछताछ में वह सबसे पहले नशाखुरानी गिरोह के सदस्य ने सहादत को अपना भाई कहने लगा। फिर बस मालिक ने जब सख्ती से पूछताछ करने लगे और पुलिस को बुलाने के लिए कहने लगे तब जाकर नशाखुरानी गिरोह के सदस्य ने अपना ज़ुर्म क़बुल किया। बस मालिक ने तुरंत नशखुरानी के शिकार हुआ सहादत अली को सदर अस्पताल में भर्ती कराया। जहा उसका ईलाज़ चल रहा है। वही बस मालिक ने नगर थाना को इस घटना को लेकर सूचना दिया। जिसके बाद नगर थाना ने आकर नशखुरानी गिरोह के सदस्य जो अपने आप को नगर थाना स्थित कैलाश होटल के पास वाले मुहल्ले का रहने वाला बता रहा था। नगर थाना थाना में ले जाकर गहन पूछताछ कर रही है। नगर थाना पुलिस इस मामले पर अभी कुछ भी बोलने को तैयार नही है। खबर लिखे जाने तक सहादत अली के तरफ से कोई भी प्राथिमिकी दर्ज़ नही कि गई है।
दूसरी घटना में मोतिहारी जिले के रामगढ़ थाना क्षेत्र के रामगढ़वा निवासी सिकन्दर सहनी के 20 वर्षीय पुत्र खलीफा कुमार नशाखुरानी गिरोह का शिकार हो गया। सिकन्दर सहनी लखनऊ से अपने घर जा रहा था। इसी क्रम में सासामुसा स्टेशन पर स्टेशन मास्टर ने सिकन्दर सहनी को नशे के हालत में देखा। नशे के हालात में सिकन्दर सहनी को सासामुसा स्टेशन पर उतारा गया और उससे पूछताछ किया गया तो वह अपने आप को मोतिहारी ज़िला के रामगढ़ थाना के रामगढ़वा गाँव का रहने वाला बताया। तब स्टेशन मास्टर ने उसके परिजनों को फोन किया और सदर अस्पताल गोपालगंज में भर्ती करवाया। जहा सिकन्दर सहनी का ईलाज़ चल रहा है।
वही तीसरी घटना थावे जंक्शन की है। पंजाब के लुधियाना के होशियारपुर से कमाकर घर आ रहे उत्तर प्रदेश के कुशीनगर ज़िला के बरवा पट्टी थाना के रामपुर बरहन नरायनपुर के रहने वाले शंकर प्रसाद के 55 वर्षीय पुत्र राधेश्याम को थावे जंक्शन के जीआरपीएफ ने नशे के हालात में थावे जंक्शन पर उतारा और उतारने के बाद पूछताछ करने के बाद घरवालों को सूचना दिया। सूचना देने के बाद राधेश्याम को सदर अस्पताल में भर्ती कराया। जहा इनका ईलाज़ चल रहा है।