गोपालगंज में ओडीएफ जिला बनने का निकला पलीता,शौचालय निर्माण में बड़े पैमाने पर राशि का घोटाला
पूरा देश स्वछता अभियान के प्रधानमंत्री की मुहिम में जुटा है और कदम से कदम मिलाने की कोशिश कर रहा है. प्रधानमंत्री की इस स्वर्णिम योजना में युद्ध स्तर पर पूरे देश में शौचालय बनवाने का कार्य किया जा रहा है लेकिन गोपालगंज जिले में शौचालय बनवाने की प्राप्त राशि का दुरूपयोग कर पैसे का बन्दर बाँट किया जा रहा है.
गोपालगंज जिलाधिकारी पूरे जिले को ओडीएफ जिला घोषित करने में जुटे हैं इसके लिए उनके द्वारा कई बार प्रखंड स्तर पर बैठक आयोजित कर स्वच्छता अभियान की जानकारी देकर लोगो में जागरूकता फ़ैलाने का कार्य किया गया है . इस मिशन को पूरा करने के लिए थावे प्रखंड के इन्द्र्वां बैरम गांव में सैकड़ो की संख्या में शौचालय का निर्माण कराया गया था . लेकिन इनकी स्थिति को देख लग रहा है इसमें बड़े पैमाने पर शौचालय बनाने की राशि का घोटाला किया गया है. किसी शौचालय में बांस से दीवार को गिरने से रोका गया है तो कई में टंकी की शीट ही नहीं लगी हुई है. हल्की सी बारिश होने पर ये शौचालय ध्वस्त होना शुरू हो जाते हैं. स्थानीय लोगो का कहना है की सरकार शौचालय बनाने के लिये 12000 रुपये की राशि आबंटित करती है जिसे ठेकेदार आपस में मिलकर ही जैसे-तैसे बनवाकर उस राशि का बन्दर बाँट कर लेते हैं. जिससे शौचालय कुछ ही दिनों में ध्वस्त हो जाता है.
अब सवाल यह उठता है की आखिर इस तरह के शौचालय का उपयोग कैसे किया जाए जहाँ इसका उपयोग ही संभव नहीं है. लोगो को यह डर हमेशा सताता रहता है की कहीं शौच करने के क्रम में ही दीवार उन पर न गिर जाए . वहीँ दूसरी तरफ टैंक के ध्वस्त होने से यह भी डर लगता है की गंदगी बाहर फैलकर बीमारी ना फैलाने लगे. मजबूरन लोग बाहर जाकर शौच करने की स्थिति में आ जाते हैं और प्रधानमंत्री के इस स्वर्णिम अभियान का बंटाधार हो जाता है .
gopalganj distric ke sipah khash panchyat me bahut se toilet nahi bana hai nahi kisi ko ek paisa mila hai kahne ke bad vand bat nahi.sun raha.nahi.please.iska.janch.ho