JDU की बैठक खत्म, 4 दिनों में तेजस्वी को रखना होगा अपना पक्ष
जनता दल युनाइटेड(जेडीयू) के विधायकों और सांसदों की बैठक खत्म हो गई है। ये बैठक पहले से प्रस्तावित थी, जिसमें महागठबंधन से लेकर अन्य मुद्दों पर पार्टी की रणनीति पर चर्चा की गई है। इस बैठक से सबसे बड़ी खबर महागठबंधन को लेकर आ रही है, जिसमें नीतीश कुमार महागठबंधन के पक्ष में दिखे। पार्टी बैठक में नेताओं ने नीतीश कुमार को फैसला लेने का पूरा अधिकार दिया है, जिसमें वो महागठबंधन समेत बड़े मामलों में फैसले ले।
जेडीयू की बैठक में नीतीश कुमार ने कहा कि वो महागठबंधन के साथ ही चलना पसंद करेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार को जो काम करना है, वो काम सरकार करती रहेगी। लेकिन कानून के काम में रोड़ा नहीं अटकाएगी। उन्होंने कहा कि कानून अपना काम करेगा, और सरकार अपना काम। इस दौरान पार्टी के नेताओं ने फैसला लिया है कि उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को थोड़ा मौका और दिया जाए। हालांकि उन्होंने आखिरी फैसले के लिए नीतीश कुमार को अधिकृत किया है।
आपको बता दें कि महागठबंधन और पार्टी की आगामी नीतियों को लेकर जेडीयू ने विधायकों और सांसदों की पटना में बैठक बुलाई थी। जदयू प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा कि 11 जुलाई की बैठक पहले से निर्धारित थी। इस बैठक में सभी जिला अध्यक्ष, पदाधिकारी और प्रकोष्ठ, मोर्चा के सदस्य शामिल हुए। इस बैठक की अध्यक्षता स्वयं नीतीश कुमार ने की।
गौरतलब है कि नीतीश कुमार पर मौजूदा समय में लालू यादव के परिवार के भ्रष्टाचार से घिरे रहने के लेकर बड़ा दबाव बना हुआ है, जिसमें तेजस्वी यादव से इस्तीफा लेने की बात भी शामिल है। लेकिन नीतीश ने साफ किया कि ये फैसला खुद आरजेडी ले। साथ ही नीतीश ने आरजेडी को तेजस्वी पर फैसला लेने के लिए 4 दिनों का वक्त दिया है। इसके अलावा अपनी सरकार की रणनीति पर नीतीश ने साफ किया कि वह भ्रष्टाचार का किसी भी तरह से समर्थन नहीं करेंगे। इसलिए तेजस्वी 4 दिनों में अपने उपर लगे आरोपों पर सफाई दें।