गोपालगंज में महिला सहित पुरुषो के बांझपन का इलाज हुआ संभव, खुला अस्पताल
मां बनना स्त्री के लिए स्वर्गिक अनुभूति से कम नहीं होता. हर स्त्री की आकांक्षा स्वस्थ-चुलबुले और सुंदर बच्चे की मां बनने की होती है. परन्तु हर स्त्री को यह सुख मिले ऐसा कभी कभी मुमकिन नहीं हो पाता है . कभी कभी कुछ ऐसी समस्या आ जाती है जिससे महिलाएं इस सुख से वंचित रह जाती है. इन्ही समस्याओं का समाधान लेते हुए शहर की प्रतिष्ठित महिला डॉक्टर श्रीमती के मंजू ने सदर अस्पताल के समीप “आदित्य हॉस्पिटल एण्ड मेटरनिटी सेंटर” नामक संस्था का कल शुभारम्भ किया है. हॉस्पिटल का उदघाटन सिविल सर्जन डॉ एम पी शर्मा ने किया. मौके पर डॉ एम पी शर्मा ने बताया की यह गोपालगंज का पहला हॉस्पिटल होगा जहाँ IUC विधि द्वारा बांझपन का इलाज संभव है. उन्होंने बताया की IUC एक ऐसी आधुनिक तकनीक है जिसमे पति या अन्य डोनर के वीर्य को लेकर कृतिम रूप से स्त्रियों के गर्भशय में प्रविष्ट कराके गर्भधारण कराया जाता है. इस सुविधा से क्षेत्रवासियों को काफी लाभ मिलने की उम्मीद है.
आदित्य हॉस्पिटल एण्ड मेटरनिटी सेंटर के संचालक डॉक्टर श्रीमती के मंजू ने बताया की हमारे यहाँ महिला सहित पुरुषो के बांझपन का भी इलाज संभव है. उन्होंने बताया की अक्सर लोग बांझपन के लिय महिला को दोषी ठहराते है लेकिन कई मामलो में महिला के जगह पुरुष भी बांझपन के लिए जिम्मेदार हो सकते है जिसका हमारे यहाँ आधुनिक तरीको से इलाज संभव है.
उदघाटन के मौके पे डॉ के मंजू, डॉ राजीव रंजन, डॉ कौसल्या सिंह, डॉ सुमन, डॉ मिथिलेश शर्मा, डॉ उषा किरण वर्मा, डॉ आर सिंह, डॉ विमल कुमार, डॉ विशाल , डॉ रजनी आदि थे.