CM योगी ने पेश की सादगी की मिसाल, अपने लिए मर्सिडीज खरीदे जाने के प्रस्ताव को किया नामंजूर
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सादगी की मिसाल पेश करते हुए राज्य संपत्ति विभाग की उस प्रस्ताव को खारिज कर दिया है, जिसमें उनके लिए 3.5 करोड़ की मर्सिडीज बेंज की दो नई एसयूवी खरीदने का प्रस्ताव था। उनका कहना है कि उन्हें अखिलेश सरकार में खरीदी गई कई साल पुरानी गाड़ी से चलने में कोई परहेज नहीं है।
दरअसल, योगी आदित्यनाथ ने खुद के लिए नई लग्जरी मर्सिडीज कार खरीदे जाने के प्रस्ताव को मंगलवार(4 जुलाई) को नामंजूर कर दिया। उन्होंने पहले से मुख्यमंत्री के बेड़े में मौजूद वाहनों को ही इस्तेमाल करने का फैसला किया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘मुख्यमंत्री ने साढ़े तीन करोड़ रुपये की दो मर्सेडीज एसयूवी खरीदे जाने के संपत्ति विभाग के प्रस्ताव को नामंजूर कर दिया है।’
अधिकारी ने कहा कि मुख्यमंत्री ने सूचित किया है कि उनके बेड़े में नई एसयूवी की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि वर्तमान में जो वाहन हैं, ठीक हैं। इन वाहनों को पूर्व की अखिलेश यादव सरकार ने 5 साल पहले खरीदा था। प्रमुख सचिव (सूचना) अवनीश अवस्थी ने पुष्टि की कि योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि वह मुख्यमंत्री के बेड़े में पहले से मौजूद वाहन ही इस्तेमाल करेंगे। नए वाहन खरीदने की आवश्यकता नहीं है। पूर्व की एसपी सरकार ने मुख्यमंत्री के लिए डेढ़ करोड़ रुपये की दो मर्सिडीज खरीदी थी।
इससे पहले आदित्यनाथ अपने प्रत्येक मंत्री के लिए 30 लाख रुपए की कीमत वाले वाहन खरीद के प्रस्ताव को खारिज कर चुके हैं। पूर्ववर्ती सपा सरकार के कार्यकाल में दो मर्सिडीज खरीदी गई थी, जिनमें से एक तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की फ्लीट में शामिल थी, जबकि दूसरी गाड़ी अखिलेश ने अपने पिता मुलायम सिंह यादव को दे दी थी।
राज्य में सत्ता परिवर्तन के बाद भी मुलायम ने मर्सिडीज संपत्ति विभाग को वापस नही की है। हालांकि, सीएम योगी आदित्यनाथ अधिकारियों से कह चुके हैं कि मर्सिडीज वापस करने के लिए सपा संस्थापक पर दवाब बनाने की कोई जरूरत नही है।