उग्र हुआ किसान आंदोलन: मध्य प्रदेश के मंदसौर में प्रदर्शन के दौरान फायरिंग,दो किसानों की मौत
मंदसौर जिले के दलौदा में मंगलवार को किसानों ने फिर उग्र प्रदर्शन किया, प्रदर्शनकारियों ने दो बसों और एक टेम्पो में तोड़फोड कर आग लगा दी. इस दौरान हुई फायरिंग में दो किसानों की मौत हो गई और दो घायल हो गए. भीड़ के बीच हुई फायरिंग के बाद चार किसानों को अस्पताल ले जाया गया था, जहां दो ने दम तोड़ दिया. किसानों ने पुलिस पर फायरिंग का आरोप लगाया है.
उधर गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह का कहना है कि पुलिस ने फायरिंग नहीं की है. उनका कहना है कि आंदोलन में कुछ आसामाजिक तत्व भी शामिल हो गए हैं. इस घटना की जांच करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं. मंदसौर की घटना के बाद सीएम शिवराज सिंह ने उच्च अधिकारियों के साथ बैठक की और घटना की न्यायिक जांच के आदेश दिए.
गृहमंत्री कहा कि 6 दिन से आंदोलन कर रहे किसानों से पुलिस पिट रही है. किसानों के नाम पर कुछ उपद्रवी इसमें शामिल हो गए हैं, जिनसे सख्ती से निपटा जाएगा. दलौदा में सोमवार देर रात किसानों द्वारा किए गए उग्र प्रदर्शन के बाद मंदसौर और रतलाम में सभी कंपनियों की मोबाइल इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है. यहां केवल ब्रॉडबैंड कनेक्शन ही चालू है.
फिर जाम लगाने की कोशिश
प्रदर्शन में किसान वहां से चले गए और पत्थरबाजी होने लगी. डिगाव में भी सीतामऊ रोड पर जाम लगाने की कोशिश हुई. यहां प्रदर्शन कर रहे किसानों को खदेड़ने के लिए सुरक्षाबलों ने अश्रु गैस के गोले छोड़े. सुवासरा में किसान और व्यापारियों के बीच विवाद हो गया जिसके बाद मारपीट और पथराव की घटना हुई. गुस्साई भीड़ ने पिपलिया मंडी थाने पर हमला बोला और उसे आग लगने की कोशिश की. डिगाव चौपाटी पर भी पुलिस हुड़दंगियों में जमकर झड़प, जिसमें एक किसान घायल हो गया. सीआरपीएफ की तीन बटालियन ने यहां मोर्चा संभाल लिया है. इलाके में मोबाइल पर इंटरनेट सेवा पूरी तरह से बंद कर दी गई.