गोपालगंज NH28 पर सड़क दुर्घटना में युवक की हुई मौत, आक्रोशित परिजनों ने किया सड़क जाम
गोपालगंज जिला के कुचायकोट थाना के NH28 सिरिसिया गांव के समीप तेज रफ्तार पिकप नम्बर BR06-GA-7770 ने 26 वर्षीय युवक को रौंद दिया जिससे युवक की घटना स्थल पर ही मौत हो गयी. आक्रोशित परिजनों ने NH28 को जाम किया. परिजनों ने कुचायकोट थाना के पुलिस पर आरोप लगाया है की मामला दर्ज करने के लिय पुलिस ने उनसे पैसा की माँग की थी.
जिला के कुचायकोट थाना क्षेत्र के करमेनी गांव निवासी 26 वर्षीय राहुल कुमार सिंह पिता प्रेमसागर सिंह ने किसी शादी समारोह में में शरीक होने के लिए कल देर रात करीब दस बजे अपने घर से गोपालगंज के लिए निकला और जौसे ही NH28 सिरिसिया गांव के समीप पहुँचा की विपरीत दिशा से आ रहा तेज रफ्तार पिकअप ने युवक को रौंद दिया जिससे राहुल कुमार सिंह की मौत घटना स्थल पर ही हो गया. सुचना पर घटना स्थल पर पहुँचे परिजनों ने शव को अपने कब्जे में लेकर कुचायकोट थाना पहुँचे लेकिन पुलिस ने मामला दर्ज करने में आना कानी करने लगी. परिजनों की माने तो पुलिस मामले को दर्ज करने के लिए पैसे की मांग भी कर रही थी. नराज परिजनों ने लचार हो कर कुचायकोट थाना के NH 28 करमेनी रेलवे क्रसिग के समीप शव को रख कर पूरा NH28 को जाम कर दिए. जिससे करीब 5 किलोमीटर तक वाहनों की लम्बी कतार लग गई. जिसे देखते हुय कई थाने के पुलिस को तैनात करना पड़ा. सड़क जाम करने के चलते उत्तर प्रदेश से गोपालगंज के तरफ आने जाने वालो को काफी दिक्तो का सामना करना पड़ा. राहुल ने अभी 2 साल पहले ही प्रेम विवाह किया था और राहुल का एक साल का एक छोटा बेटा भी है. राहुल पटना में बिजनस करता था और दो रोज पहले ही घर आया था.
हालां की पुलिस ने पिकअप को अपने कब्जे में ले लिया है, जब की पिकअप चालक भागने में सफल रहा. लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह खड़ा होता है की आखिर पुलिस बिहार के सुशासन बाबु के राज में इस तरह की बर्ताव आम जनता के साथ क्यों करती है की पीड़ित जनता को मजबूर होकर सडक जाम करना पड़ता है. काश पुलिस पीड़ित की बातो को सुनती तो परिजनों को रोड पर उतरने पर मजबूर नही होना पड़ता है और इस जाम से जो परेशानी आम जनता को हुवा आखिर इसका जिम्मेदारी कौन लेगा या किसका है ?