गोपालगंज के भोरे में दहेज़ के लिए विवाहिता की हत्या कर जला दिया उसका शव
एक तरफ महिला सशक्तिकरण का नारा लगाया जा रहा है तो वहीं दूसरी तरफ भारत में हर महीने 700 से ज्यादा महिलाएं दहेज की बेदी पर जान गवां रही हैं। हर घंटे एक दुल्हन दहेज लोभियों के चंगुल में अपनी जान गंवाने पर मजबूर है। ताज़ा मामला भोरे थाना क्षेत्र के छठियावं गांव का है जहाँ एक विवाहिता को दहेज के लिए हत्या कर उसका शव जला देने का मामला प्रकाश में आया है। इस मामले को लेकर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है।
बताया जाता है कि मीरगंज थाने के भैरवपट्टी गांव के जितेंद्र कुमार ठाकुर ने अपनी बहन नीलम की शादी वर्ष 2006 में भोरे थाने के छठियांव गांव निवासी पप्पू ठाकुर के साथ की थी। वर्ष 2009 में गवना होने के बाद नीलम अपने ससुराल चली गयी। कुछ दिन तक ठीक से रखने के बाद उसे दहेज में बाइक के लिए प्रताड़ित करते हुए घर से निकाल दिया गया। लेकिन पंचायती के बाद उसे पुन: ससुराल वालों ने बुला लिया। इसी बीच उसके मायके वालों को सूचना मिली कि नीलम की हत्या कर शव को जला दिया गया है। सूचना मिलने पर जब नीलम की भाभी लगनी देवी और पूजा देवी पूछताछ करने गयी, तो दोनों को मारपीट कर भगा दिया गया। इस मामले को लेकर पीड़ितों ने भोरे थाने में गुहार लगायी, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। उसके बाद न्याय के लिए कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। कोर्ट के आदेश पर स्थानीय थाने में हत्या कर शव को गायब करने की प्राथमिकी दर्ज की गई । पुलिस मामले की जांच कर रही है।