एकता की मिसाल: गांव के हिन्दू पढ़ते है नमाज़, तो वही संस्कृत में गीता के श्लोक पढ़ते हैं मुस्लिम
आपको आज आगरा के एक ऐसे गांव से मिलवाने जा रहे है जहां मुस्लिमों के नाम ‘किशोर’ और अशोक’ मिलेंगे, तो हिंदू ‘मलूक’ और ‘अब्दुल’ के नाम से पुकारे जाते हैं
यहाँ हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल ये गांव पूरे देश को मानवता का संदेश देना चाहता है। चाहे देश में कहीं भी कभी दंगे हुए हों, लेकिन इस गांव में आज तक एक भी बार झगड़ा नहीं हुआ
६५८ से 1707 के बीच जब मुल्क पर मुगल बादशाह औरंगजेब का राज था, तो गांव वालों को कहा गया कि या तो आप इस्लाम कबूल कर लें या फिर गांव खाली कर दें
इस गांव की आबादी है करीब 7 हजार है, जिसमें से लगभग ढाई हजार सदस्य मुस्लिम हैं। खेड़ा साधन में एक परिवार में अगर चार भाई हैं, तो उनमें से दो हिंदू हैं और दो मुसलमान। पति अगर हिंदू है तो उसे कोई फर्क नहीं पड़ता कि उसकी पत्नी मुसलमान है