सभी कांट्रैक्ट कर्मचारियों को स्थाई करने का तोहफा
नीतीश कुमार चुनाव के दौरान किये गये वादों को लेकर काफी सीरियस है और हर वादों को जल्द से जल्द पूरा करना चाहते है. बिहार विधानसभा चुनाव में शराबबंदी और कांट्रैक्ट कर्मचारियों को स्थाई करने का उनका वडा इनमें सबसे महत्वपूर्ण था और वह इस बात को मानते भी इसलिए पूर्ण शराब बंदी की घोषणा तो पहले ही कर चुके है. अब नए साल में कांट्रैक्ट कर्मचारियों को स्थाई नौकरी करने और उन्हें सभी सुविधाएं देने का जल्द तोहफा दे सकते है.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक कमिटी बना कर बिहार के सभी कांट्रैक्ट कर्मचारियों की तत्कालित मांगों को पूरा करने तथा उन्हें स्थाई करने को लेकर रिपोर्ट बनाने को कहा था. बिहार के पूर्व मुख्य सचिव अशोक कुमार चौधरी की अध्यक्षता में बनी टीम ने अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंप दी है. जिसके मुताबिक कांट्रैक्ट कर्मचारियों को स्थाई तो नहीं किया जाएगा, लेकिन उन्हें काफी हद तक उनके बराबर की सभी सुविधाएं दी जाएगी.
अब हमें इन्तजार करना होगा कि सरकार कब चुनाव के दौरान कांट्रैक्ट कर्मचारियों से किया वादा पूरा करेंगे और इस रिपोर्ट पर अमल होगा.
रिपोर्ट में इन मुख्य बातों को जगह दी गई हैं.
- 60 साल की उम्र तक कांट्रैक्ट होंगे. कांट्रैक्ट को हर साल रिनुअल नहीं कराना पड़ेगा.
- कैजुअल लीव (CL) और अर्न लीव (EL) छुट्टी की सुविधा मिलेगी.
- 60 साल की उम्र में रिटायरमेंट की सुविधा होगी.
- बेसिक सैलरी के हिसाब से महंगाई भत्ता दिया जाएगा.
- मेडिकल की सुविधा दी जाएगी.
- यात्रा और घर का भत्ता भी दिया जाएगा.
- ईपीएफ खाते में पैसे जमा किए जाएंगे.
- महिलाओं को प्रेग्नेंसी के लिए पांच महीने की छुट्टी मिलेगी.
- पुरुषों को भी पिता बनने की छुट्टी मिलेगी.
- चार साल में एक बार एलटीए मिलेगा.