मुसलमानों का साथ देना होगा : सुंदर पिचई
अमेरिका में मुसलमान को लेकर जारी बहस के बीच गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने ‘असहिष्णुता’ को लेकर अपनी चिंता जताई है। भारतीय मूल के पिचाई ने अपने ब्लॉग में लिखा है- हम अपने मूल्यों को भय से मात न खाने दें। और हमें अमेरिका तथा दुनिया भर में मुसलमानों और अन्य अल्पसंख्यक समुदायों का समर्थन करना होगा। उनका ये बयान ऐसे समय में सामने आया है जब रिपब्किलन नेता डोनाल्ड ट्रंप के मुसलमान विरोधी बयान से अमरीकी राजनीति गरमाई हुई है।
रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी की दौड में शामिल डोनाल्ड ड्रंप ने कैलिफोर्निया में हालिया गोलीबारी की घटना के बाद कहा था कि अमेरिका में मुसलमानों के आने पर पूरी तरह रोक लगा देनी चाहिए। उनके इस बयान की अमेरिका ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में कडी निंदा हुई, हालांकि वो अपने रुख से पीछे नहीं हटे। ट्रंप के बयान के बाद फेसबुक के संस्थापक मार्क जकरबर्ग भी मुसलमानों के समर्थन में बयान दे चुके हैं। सुंदर पिचाई ने इस पूरे घटनाक्रम पर अपने ब्लॉग में नाखुशी जताई है।
उनका ब्लॉग अमेरिका के संदर्भ में है, लेकिन जिस असहिष्णुता के मुद्दे का जिक्र उन्होंने किया, वो भारत में भी कई महीनों से सुर्खियों में है। पिचाई ने लिखा, “देखकर दुख होता है जिस तरह आजकल खबरों में असहिष्णु चर्चा हो रही है।” उन्होंने लिखा, “मेरा पक्का विश्वास है कि भले आप कोई कंपनी खडी कर रहे हो या फिर एक देश चला रहे हो, भिन्न भिन्न तरह की आवाजों, पृष्ठभूमियों और अनुभवों का संगम हमें एक बेहतर चर्चा, एक बेहतर फैसले और सभी के लिए बेहतर परिणामों की तरफ ले जाता है।”
पिचाई ने अमेरिका में अपने बसने और वहां शानदार करियर बनाने का जिक्र करते हुए लिखा है कि अमेरिका प्रवासियों का मुल्क था और अब भी है। उन्होंने लिखा, “मैं 22 साल पहले भारत से अमेरिका आया। खुशकिस्मत था कि यहां की एक यूनिवर्सिटी में मेरा दाखिला हो गया। मैं देखा, कडी मेहनत से मेरे लिए एक के बाद एक दरवाजे खुलते रहे।
मैंने यहां करियर बनाया, परिवार और जिंदगी बसाई।” वो लिखते हैं, “मानसिक खुलापन, सहिष्णुता और नए अमरीकियों की स्वीकार्यता इस देश की एक सबसे बडी ताकत है और विशेषता भी।” अपने इस ब्लॉग में सुंदर पिचाई ने विविधता और इसकी खूबियों पर जोर दिया है।