आशा रंजन को राजनितिक मोहरा बना कर इस्तमाल किया जा रहा है – शहाबुद्दीन
सिवान के पूर्व सांसद मो० शहाबुद्दीन ने पत्रकार राजदेव रंजन की पत्नी आशा रंजन पर आरोप लगाते हुए कहा है कि, आशा को राजनीतिक मोहरा बना कर इश्तेमाल किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जब से वो गृहमंत्री से मिली हैं, उनके सुर बदले हुए हैं कोई और उनके कंधे पर अपनी बंदूक रखकर निशाना लगा रहा है. इस मामले में पूरी तरह से राजनीति की जा रही है.
सिवान में पत्रकारों से बातचीत में मो. शहाबुद्दीन ने बीजेपी सांसद ओमप्रकाश यादव का बिना नाम लिए हीं इशारों में कहा कि पत्रकार की पत्नी को दिल्ली कौन ले गया था, ये बात सब जानते हैैं. सबको यह भी मालूम है कि जबसे वो दिल्ली गईं हैं, उसी दिन से उनके सुर बदल गए. इससे ये बात स्पष्ट होता है कि वे राजनीति के चक्कर में फंस गई हैं. उनसे जो बोलने को कहा जा रहा है, वो वही बोल रहीं हैैं.
शहाबुद्दीन का कहना है कि जितना गम राजदेव की हत्या का औरों को है, उतना हीं मुझे भी है. उन्होंने कहा कि आशा रंजन को राजदेव की हत्या का आरोप मुझपर हीं लगाना था तो शुरूआती दौर से लगातीं. दिल्ली जाने के बाद उनकी भाषा क्यों बदल गई यह सभी जानते हैैं. उन्हें ऐसा बोलने के लिए निर्देश दिया गया है.
आगे उन्होंने कहा एक जर्नलिस्ट ही हत्या हुई है, ना हीं किसी कीड़े-मकोड़े की आशा रंजन को भारतीय प्रेस परिषद में जाना चाहिए था. लेकिन वो वहां नहीं गईं. घटना के 3-4 दिन बाद हीं बिहार सरकार ने सीबीआइ जांच की अनुशंसा कर दी. जब जांच में लेट हुई तो एक दफा भी सीएम से मिलकर नहीं कहा कि रिमाइंडर भेजा जाए. आशा रंजन को सीबीआइ जांच पर भी विश्वास नहीं है.