20 लोगो की हत्या करने वाला साइको किलर गिरफ्तार
ब्लू जींस और ब्लू शर्ट को अपने लिए लकी मानने वाला अमित ब्लू कलर के ही कपड़े पहनता है।अपने एमएलसी पिता की हत्या का बदला चुकाने खातिर इनफ़ोसिस जैसी विश्वप्रसिद्ध संस्था में नौकरी करने वाला और जामिया मिलिया इस्लामिया दिल्ली से एमसीए करने वाले अविनाश उर्फ़ अमित श्रीवास्तव ने अपराध की दुनिया में कदम रखा तो फिर कोहराम ही मचा दिया। पिता ललन श्रीवास्तव उर्फ लाला श्रीवास्तव की वर्ष 2002 में हत्या करने वाले हत्यारो को उनके किये की सजा देने का ऐलान किया और वर्ष 2013 पप्पू खान उर्फ़ मोईन खान को 32 गोलियां मारी, हत्या काण्ड को जिस वीभत्स ढंग से अमित ने अंजाम दिया लोग उसे साइको कहने लगे। फिर क्या था एक बार गुनाह की अंधी गलियों भटक तो भटकता ही चला गया।
फिर एक बार साइको किलर अविनाश श्रीवास्तव उर्फ अमित फिर पुलिस के हत्थे चढ़ गया है। वैशाली पुलिस ने उसे सैंट्रल बैंक में चोरी के प्रयास के दौरान गिरफ्तार किया है। उसकी गिरफ्तारी महुआ थाने के हरपुर स्थित सेंट्रल बैंक में चोरी के प्रयास के दौरान तड़के लगभग ढाई बजे हुई। उसके तीन साथी पुलिस को देखते ही भाग निकले।डेढ़ दर्जन से ज्यादा हत्याओं की वारदात में शामिल रहा है। अपने पिता के हत्यारे पप्पू खान उर्फ मोइन खान की हत्या उसने पिता की हत्या के साल भर बाद वीभत्स तरीके से करते हुए पप्पू खान को 32 गोलियां मारी थीं।
वैशाली के एसपी राकेश कुमार ने बताया कि पहले भी उसे गिरफ्तार किया गया था। बैंक लूट के बारे में जानकारी देते हुए एसपी ने बताया कि सभी अपराधी कांवरिया ड्रेस में थे। लूटपाट की कोशिश के दौरान वे लोग बैंक के लॉकर तक पहुंच गए थे। सूचना मिलने पर पुलिस ने घेराबंदी की तो अमित ने फायरिंग की कोशिश की लेकिन पिस्टल की मैगजीन नीचे गिर गई जिससे फायर हो नहीं पाया। इसी दौरान वह पकड़ में आ गया। घटनास्थल से पुलिस ने एक पिस्टल, गैस कटर, इलेक्ट्रिक कटर, एक स्कार्पियो व एक बाइक जब्त किया है।
बकौल एसपी, अमित ने 20 से ज्यादा हत्याकांडों में संलिप्तता की बात कबूली है। वह पहले भी कई बार पुलिस की गिरफ्त में आ चुका है। पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि पिता की हत्या के बाद अपराध की दुनिया में आया।पिता के हत्यारों को मौत के घाट उतारने की घोषणा के साथ अपराध की दुनिया में उतरे अमित ने 2013 में पिता के एक हत्यारे पप्पू खान के शरीर में 32 गोलियां उतार दी थीं। फिर जुलाई 2013 में पटना पुलिस की गिरफ्त में आया था। तब उसने एक महिला और उसके बेटे को बंधक बनाकर लूट को अंजाम दिया था। जेल से छूटने के बाद वह फिर अपराध की दुनिया में सक्रिय हो गया था।