8 महीने से जौनपुर जेल में बंद युवती हुई गर्भवती
क्या सूबे की जेलों में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं या फिर यहां रजामंदी से कुछ भी हो सकता है। यह सवाल उठ खड़ा हुआ है जौनपुर जिला जेल मे एक युवती के गर्भवती होने के खुलासे के बाद। हत्या के मामले में जो महिला पिछले आठ महीने से बंद रही, जब मेडिकल जांच हुआ तो वह गर्भवती निकली। खुलासे के बाद जेल प्रशासन में हड़कंप मचा है। कई तरह के सवाल उठ खड़े हुए हैं। अब जांच हो रही है महिला गर्भवती कैसे हुई।
जौनपुर जिला जेल में इस समय करीब 80 महिलाएं हैं। नवंबर 2015 में हत्या के केस में एक युवती जेल में बंद हुई। जेल के नियम-कायदों के मुताबिक हर सप्ताह बंदी महिलाओं का मेडिकल मुआयना होता है। शुरुआत में तो ठीक रहा मगर कुछ महीने से युवती चेकअप कराने से बचती रही। इस पर महिला चिकित्सक को शंका हुई तो वरिष्ठ चिकित्सक को सूचना दी। जिस पर वरिष्ठ चिकित्सक ने मेडिकल मुआयना के लिए युवती को जिला महिला अस्पताल भेज दिया। युवती ने जांच कराने से इन्कार कर दिया। मामला ऊपर पहुंचा। जिस पर जिला न्यायाधीश, डीएम और एसपी जिला जेल का निरीक्षण करने पहुंचे तो उन्हें चिकित्सकों ने यह जानकारी दी। जिसके बाद उन्होंने चिकित्सकीय परीक्षण निर्देश दिया। जब जांच हुई तो चिकित्सकों ने गर्भवती होने की रिपोर्ट दी तो हड़कंप मच गया।
जेल सूत्रों के मुताबिक युवती जब जेल आई थी, उस समय हुई मेडिकल जांच रिपोर्ट के मुताबिक वह गर्भवती नहीं थी युवती पिछले आठ महीने से जेल में बंद है। ऐसे में अब मेडिकल जांच में उसके गर्भवती होने से तमाम तरह के सवाल उठ रहे हैं। सवाल उठ रहा है कि क्या जेल का निगरानी तंत्र कमजोर है। जेल के अंदर युवती आखिर गर्भवती कैसे हुई।
इस बारे में पूछने पर जौनपुर जिला कारागार अधीक्षक शैलेंद्र मैत्रेय कहते हैं कि वरिष्ठ चिकित्सक ने शंकावश युवती की मेडिकल जांच कराई थी। जिसमें वह गर्भवती निकली। गर्भ कितने माह का है, क्या वजह रही।जांच से जुड़े विभिन्न बिंदुओं की रिपोर्ट कोर्ट को सौंपी जाएगी। इससे ज्यादा जानकारी देना संभव नहीं है।