उत्तर बिहार का आतंक कुख्यात शंभू सिंह ने मनु महाराज के समक्ष आत्मसमर्पण किया
उत्तर बिहार में आतंक का पर्याय माने जाने वाले कुख्यात शंभू सिंह ने एसएसपी पटना के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। वरीय पुलिस अधीक्षक मनु महाराज के समक्ष मोस्ट वांटेड शंभू सिंह ने यहां आत्मसर्पण कर दिया। उत्तर बिहार के कई जिलों के अलावा राजधानी पटना में भी शंभू सिंह गिरोह का आतंक माना जाता है। लेकिन जिस तरह से इस कुख्यात ने पुलिस के समक्ष समर्पण किया उसको लेकर तरह तरह की चर्चा हो रही है। वही जानकारों का मानना है की ये मैनेज्ड आत्मसमर्पण है।
उल्लेखनीय है कि पिछले माह पटना पुलिस की विशेष टीम ने गिरोह के कुख्यात मंटू को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से गिरफ्तार किया था। कुख्यात मंटू का लखनऊ के गोमती नगर में एक आलिशान मकान है। कुख्यात शंभू सिंह पर हत्या, रंगदारी और अपहरण के बीस से ज्यादा मामले दर्ज हैं।
पीडब्लूडी के टेंडर के खेल में बड़े- बड़ों को मात देने वाली मुज़फ्फरपुर की मोस्ट वांटेड कुख्यात जोड़ी शम्भू मंटू एक बार फिर पटना पुलिस की गिरफ्त में है। इस जोड़ी के मंटू शर्मा को पटना पुलिस की एसटीएफ की स्पेशल टीम ने ने लखनऊ से गिरफ्तार किया था, जहां मंटू पहचान बदलकर रह रहा था। ये वही कुख्यात अपराधी है, जो सीपीडब्ल्यूडी का टेंडर अधिकारियों और ठेकेदारों के बीच में मैनेज कराता था।
हर एक टेंडेर को मैनेज कराने के लिए ठेकेदारों से 10 परसेंट की रंगदारी लेता था। जिस ठेकेदार ने इसकी बात नहीं मानी, उसे रास्ते से हटा देता था। इसके गिरफ्तार होने से बिहार के कई ठेकेदारों ने राहत की सांस ली होगी। मंटू के बारे में पटना पुलिस को सूचना मिलने के बाद एसएसपी मनु महाराज की देख- रेख में एक स्पेशल टीम बनी। टीम को सिटी एसपी पटना सेंट्रल चंदन कुशवाहा लीड कर रहे थे। टीम में स्पेशल यूनिट के इंस्पेक्टर आनंद कुमार, त्रिलोक कुमार मिश्रा, दिवाकर कुमार विश्वकर्मा और रोहन कुमार सहित कई पुलिस वाले शामिल थे।