गोपालगंज: “एक दिन एक पंचायत” अभियान की तर्ज पर होगा शत-प्रतिशत कोविड टीकाकरण
गोपालगंज । कोविड टीकाकरण के लक्ष्य को शत-प्रतिशत हासिल करने तथा प्रत्येक व्यक्ति को टीका लगाने का स्वास्थ्य विभाग के द्वारा हरसंभव प्रयास किया जा रहा है। टीकाकरण की मुहिम को गति देने के लिए 60 दिनों तक हर घर दस्तक अभियान चलाया जायेगा। इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग के द्वारा योजना शुरू कर दी गयी है। इस संबंध में राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह ने पत्र जारी कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिया है। कोविड टीका से वंचित एवं निर्धारित टीकों के लिए ड्यू लाभार्थियों को चिह्नित कर उन्हें उनके गाँव में टीकाकरण की सेवा उपलब्ध कराना है। स्वास्थ्य कार्यकर्ता द्वारा अपने पोषण क्षेत्र के प्रत्येक घरों का भ्रमण कर घर के 12 वर्ष से ऊपर आयु वर्ग के प्रत्येक सदस्य के लिए कोविड 19 के लिए निर्धारित टीकों को प्राप्त करने सम्बन्धी जानकारी प्राप्त कर निर्धारित टीकों से वंचित सदस्यों की सूचि तैयार करेंगे तथा गाँव में आयोजित होने वाले टीकाकरण सत्र की तिथि से अवगत करायेंगे। स्वास्थ्य कार्यकर्ता द्वारा सत्र दिवस के दिन सभी पात्र लाभार्थियों को सत्र पर आने हेतु उत्प्रेरित किया जायेगा।
एक दिन एक पंचायत अभियान के तहत होगा टीकाकरण: जिले में 31 जुलाई तक चलने वाले विशेष टीकाकरण अभियान को सफल बनाने के लिए रणनीति बनायी गयी है। “एक दिन एक पंचायत” अभियान के अन्तर्गत पंचायत के सभी गाँवों/वार्ड में आवश्यक टीकाकरण दल के साथ कोविड टीकाकरण हेतु सत्र आयोजित किये जायेंगे। आयोजित किये जाने वाले सत्रों पर टीकाकरण दल के साथ आवश्यक पर्यवेक्षक भी सम्बद्ध किये जाये जिनमे सहयोगी संस्थाओं के प्रखंड स्तरीय कर्मियों से भी सहयोग लिया जाये। सत्र पर अन्य स्वास्थ्य सेवाएं यथा शुगर जाँच, बी.पी जाँच, हीमोग्लोबिन जाँच की उपलब्धता सुनिश्चित की जाये जिससे लाभार्थियों का उत्प्रेरण हो सके।
पूर्ण टीकाकरण का घोषणा पत्र देंगे जनप्रतिनिधि: पंचायत में सत्र आयोजन से पूर्व सम्बन्धित पंचायती राज संस्थाओं के सदस्यों, जीविका, आंगनबाड़ी से आवश्यक समन्वय कर लिया जायेगा। सम्बन्धित आशा अपने क्षेत्र में सत्र आयोजन के एक दिन पूर्व सभी घरों का भ्रमण करेंगी एवं पात्र लाभार्थियों को चिह्नित कर उन्हें सत्र सम्वन्धित आवश्यक जानकारी उपलब्ध करायेंगी। जिसका पर्यवेक्षण प्रखंड स्तरीय कर्मियों द्वारा किया जायेगा। हर घर दस्तक 2.0 अभियान के पूर्ण होने से पूर्व पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधियों से प्रतिरक्षित क्षेत्र की घोषणा प्राप्त करना यथा “मेरा वार्ड/पंचायत प्रतिरक्षित वार्ड/पंचायत” जिससे उनमें एक प्रतिस्पर्धा उत्पन्न हो और अधिक से अधिक लोगों का उत्प्रेरण हो सके।