गोपालगंज: 133 गांवों में होगा कालाजार से बचाव के लिए छिड़काव, पदाधिकारी भ्रमण कर ले रहे जायजा
गोपालगंज: कालाजार उन्मूलन की दिशा में लगातार प्रयास किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग के द्वारा विभिन्न स्तर पर प्रयास किये जा रहे है। इसी कड़ी में जिले में छिड़काव अभियान की शुरुआत की गयी है। छिड़काव अभियान के सफल क्रियान्वयन को लेकर जिलास्तरीय पदाधिकारियों के द्वारा लगातार निगरानी की जा रही है। प्रभारी डीएमओ डॉ. हरेंद्र प्रसाद सिंह, केयर इंडिया के डीपीओ आनंद कश्यप, भीबीडी सलाहकार अमित कुमार के द्वारा क्षेत्र भ्रमण कर अनुश्रवण किया जा रहा है। प्रभारी डीएमओ डॉ. हरेंद्र प्रसाद सिंह ने बताया कि जिले के 133 गांवों में छिड़काव किया जायेगा। इसके लिए 27 स्क्वायड टीम लगायी गयी है। छिड़काव के लिए 84,149 घरों को चयनित किया गया है।
माइक्रोप्लान के अनुसार हो रहा है छिड़काव: छिड़काव कार्य योजना के अनुसार सभी कालाजार प्रभावित ग्रामों के सभी घरों, गौशालाओं में छिड़काव कराया जाना है। गुणवत्तापूर्ण छिड़काव की दृष्टि से पर्यवेक्षण अत्यंत आवश्यक है। प्रखंड स्तर पर विभिन्न स्तर के पदाधिकारियों के द्वारा पर्यवेक्षण सुनिश्चित किया जायेगा। प्रत्येक दिन कार्य समाप्ति के बाद दिन भर के छिड़काव कार्य की मानक के अनुरूप समीक्षा की जायेगी एवं आवश्यक सुधार के लिए निर्देश दिया जायेगा। पैची छिड़काव एवं ओवरलैपिंग पर कड़ी निगरानी रखी जायेगी। प्रत्येक दल के दल नायक छिड़काव पंजी का संधारण करेंगे । जिसमें घर-घर छिड़काव की सूचना संधारित की जायेगी। साथ ही साथ पंचायत के सदस्य व मुखिया या वार्ड से छिड़काव के बाद प्रमाण पत्र भी प्राप्त करेंगे।
कालाजार के मरीजों को दी जाती है आर्थिक सहायता: प्रभारी डीएमओ डॉ. हरेंद्र प्रसाद ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा कालाजार के मरीजों की आर्थिक सहायता हेतु 66 सौ रुपए दिया जाता है। वहीं भारत सरकार द्वारा ₹500 अलग से दिया जाता है। उन्हें कुल 7100 रुपयों की आर्थिक सहायता दी जाती है। कालाजार में व्यक्ति को 2 हफ़्तों से ज्यादा बुखार , तिल्ली का बढ़ जाना, भूख नहीं लगना, वजन में कमी, चमड़े पर दाग होना तथा इस बीमारी में खून की कमी बड़ी तेजी से होने लगती है।