गोपालगंज: सबेया हवाई अड्डा को रीजनल कनेक्टिविटी यानी ‘उड़ान योजना’ के तहत चालू होने की जगी उम्मीद
गोपालगंज के सबेया हवाई अड्डा को रीजनल कनेक्टिविटी यानी ‘उड़ान योजना’ के तहत चालू होने की उम्मीद जगी है. गोपालगंज के सांसद और जेडीयू के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष डॉ आलोक कुमार सुमन ने मंगलवार की शाम लोकसभा में सबेया एयरपोर्ट का मसला उठाया. ‘डिमांड फोर ग्रांट’ के तहत सबेया एयरपोर्ट के बारे में अपनी बात रखते हुए सांसद ने कहा कि ‘सेकेंड वर्ल्ड वार’ में यह एयरपोर्ट काफी मददगार साबित हुआ था. सबेया एयरपोर्ट पर आज भी दो लंबा रवने है, जिसका मरम्मत करने की जरूरत है, ताकि कम खर्च में ही हवाई यात्रा शुरू हो सके.
सांसद ने कहा, सबेया एयरपोर्ट की जमीन का रक्षा मंत्रालय ने रिपोर्ट जारी किया है, जिसमें 1011 लोगों ने 338.66 एकड़ जमीन पर अतिक्रमण किया है. रक्षा मंत्रालय की मदद से बिहार सरकार के माध्यम से स्थानीय जिला प्रशासन को कागजात उपलब्ध कराते हुए सख्त आदेश दिया जाये, ताकि एयर लाइनें उड़ान भरने के लिए जल्दी तैयार हो सके. सांसद ने लोकसभा में रक्षा मंत्री से अतिक्रमण मुक्त कराकर सबेया एयरपोर्ट को चालू करने की मांग की, ताकि ‘उड़े देश का आम नागरिक’ का सपना गोपालगंज के लोगों का साकार हो सके.
लोकसभा में सांसद ने कहा कि बिहार में विदेशी मुद्रा सबसे ज्यादा गोपालगंज और सीवान जिला में आता है. क्योंकि गोपालगंज और सीमावर्ती जिला सीवान समेत आसपास के जिलों के लाखों लोग खाड़ी देशों में रहते हैं. ये सभी लोग 150 से दो सौ किलोमीटर दूर जाकर दिल्ली के लिए प्लेन पकड़ते हैं, क्योंकि दिल्ली के लिए गोपालगंज से कोई सीधी ट्रेन भी नहीं है. सांसद ने कहा कि अगर ‘डिमांड फोर ग्रांट’ में आरसीएस में लोकेशन की वृद्धि की जाती है तो निश्चित ही गोपालगंज को भी फायदा होगा.
लोकसभा में क्या-क्या बोलें सांसद
- सबेया एयरपोर्ट पर पहले से दो रनवे बना है, जिसे मरम्मत कराने की जरूरत है
- एयरपोर्ट पर प्लेन रखने के लिए अलग से बंकर बना था, जो ध्वस्त हो चुका है
- रक्षा मंत्रालय की जारी हुए रिपोर्ट में 473.29 एकड़ में फैला है सबेया एयरपोर्ट
- स्थानीय आंकड़ों के अनुसार 517 एकड़ में फैला है गोपालगंज का सबेया एयरपोर्ट
- रक्षा मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार 338.66 एकड़ जमीन पर किया गया अतिक्रमण
- सबेया एयरपोर्ट की जमीन पर 1011 अतिक्रमणकारियों ने किया है पूरी तरह कब्जा
- रक्षा मंत्रालय बिहार सरकार के माध्यम से जिला प्रशासन को अतिक्रमण हटाने का जारी करे सख्त आदेश
- ‘उड़े देश का आम नागरिक’ का सपना साकार करने के लिए चालू हो सबेया एयरपोर्ट
सबेया एयरपोर्ट एक नजर में
- हवाइपट्टी बना – 1868
- गोरखपुर एयरफोर्स कैंप से दूरी – 125 किमी
- गोपालगंज जिला मुख्यालय से दूरी – 26 किमी
- चीन से नजदीक होने से सुरक्षा कारणों से बना था
- द्वितीय विश्वयुद्व के समय हुआ था इस्तेमाल