गोपालगंज: पुलिस ने मुखिया सुखल मुसहर के हत्याकांड का 40 दिनों के बाद किया खुलासा, 3 गिरफ्तार
गोपालगंज पुलिस ने मुखिया सुखल मुशहर हत्याकांड का घटना के चालीस दिनों के बाद खुलासा किया है। पुलिस ने हत्या में शामिल तीन अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। वहीं पुलिस ने अपराधियों के पास से हथियार, बाइक व मोबाइल भी बरामद किया है। सभी आरोपियों को थाने के लोहारपट्टी गांव से गिरफ्तार किया गया। घटना थावे थाना के धतिगना में बीते 19 जनवरी की है। जहाँ बाईक सवार अपराधियों ने मुखिया सुखल मुशहर को गोली मार दी थी। जिसका इलाज के लिए गोरखपुर ले जाने के दौरान मुखिया की रास्ते में हुई मौत हो गई थी । जिसके बाद मुखिया के परिजन ने थावे थाना में 5 लोगो के विरुद्ध नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी।
बताया जाता है की आज शनिवार को थावे पुलिस को कुछ अपराधियों के आने की सूचना मिली थी। जिसके बाद थावे पुलिस ने सुमित सिंह को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के बाद उसने अपने दो सहयोगी विशाल उपाध्याय और हरूस मिया के साथ मिलकर मुखिया की हत्या की मे अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है। इन अपराधियों के पास से 1 पिस्टल, 1 कट्टा, 22 जिंदा कारतूस, 1 बाइक और 2 मोबाईल पुलिस ने बरामद किया है ।
गोपालगंज एसपी आनन्द कुमार ने बताया कि चुनावी रंजिश में मुखिया की हत्या की गई थी। एसपी ने बताया कि सुमित अपने भाई को उपमुखिया बनाना चाहता था। लेकिन मुखिया सुखल मुसहर के संरक्षक ने इसके लिए सहयोग नहीं किया। इसके बाद उसने प्रतिशोध में अन्य बदमाशों के साथ मिल कर मुखिया की हत्या कर दी। वही घटना में लूट की बाइक भी बरामद कर लिया गया है। गिरफ्तार अपराधियों का पहले भी दर्जनों आपराधिक मामले दर्ज है।