फरार चल रहा कुख्यात लड्डन मियां को पुलिस द्वारा एनकाउंटर का डर
सीवान में पत्रकार राजदेव रंजन की हत्याकांड मामले में सुपारी देने और षड्यंत्र रचने के आरोप में फरार लड्डन मिया उर्फ़ अज़हरुद्दीन बेग को अब अपनी जान का भय सता रहा है।साथ ही उसने अपनी क्रिमिनल रिट में पत्नी रेहाना बेग को बेवजह पुलिस कस्टडी में रखने का भी आरोप लगाया है। हत्याकांड के बाद से ही फरार चल रहा कुख्यात लड्डन मियां को अब अपनी पत्नी और खुद को पुलिस द्वारा एनकाउंटर कर दिए जाने का अंदेशा है। इसी को लेकर हाईकोर्ट में याचिका दायर कर अपनी और अपनी पत्नी की सुरक्षा की मांग की है।लड्डन मियां ने याचिका में एनकाउंटर कराये जाने की आशंका जताई है।
अपनी क्रिमिनल रिट में लड्डन ने पुलिस पर मामले के सीबीआई को जाँच सौपे जाने के बावजूद बिहार पुलिस की कार्रवाही पर सवाल उठाया है। साथ ही पत्नी रेहान बेग को बेवजह कस्टडी में रख कर सरेंडर करने का दवाब बनाने का भी आरोप लगा जिसके जवाब में सरकारी वकील ने इस मामले सी अनभिज्ञता जताई। वही सीवान पुलिस के जांच के बाबत सरकारी वकील का कहना रहा कि जब तक सीबीआई की तरफ से जांच के लिए सहमति पत्र नहीं आ जाता है। पुलिस इसकी जांच आगे बढ़ाने के लिए स्वतंत्र है। वही एनकाउंटर के बाबत सरकारी वकील ने कहा कि जांच के दौरान लड्डन उर्फ़ अजहरुद्दीन बेग का नाम आने पर एफआईआर दर्ज़ की गई है। ऐसे वो सरेंडर करे या फिर जमानत ले। लड्डन मियां की तरफ से दायर याचिका में उसने अपना एनकाउंटर कराये जाने की आशंका जताई है। याचिका पर कार्यकारी मुख्य न्यायाधीश ए के अंसारी और न्यायन्मूर्ति चक्रधर सिंह के यहां सुनवाई हुई। सुनवाई के बाद हाईकोर्ट ने राज्य सरकार से रिपोर्ट मांगी है। वहीं, अब इस मामले की अगली सुनवाई दो जून को होगी। गौरतलब है कि लड्डन मियां को पत्रकार राजदेव रंजन हत्याकांड का मुख्या आरोपी माना जा रहा है। सीवान पुलिस ने लड्डन मियां के पांच सहयोगियों को बुधवार गिरफ्तार किया था।
कुख्यात लड्डन भी अपराध की दुनिया जाना माना नाम है। सिवान के रामनगर मुहल्ले के अजहरुद्दीन बेग उर्फ़ लड्डन की पहचान जमीन कारोबारी के रूप में भी रही है। विभिन्न थाना क्षेत्रों में उसके ऊपर हत्या व अपहरण के दर्जनों मामले दर्ज हैं। इसके अलावा झारखंड के धनबाद और पश्चिम चंपारण के बगहा में व्यवसायी हत्या में भी उसकी संलिप्तता रही है। उसे सिवान के पूर्व सांसद शहाबुद्दीन का खास माना जाता है। मियां पर सिवान नगर थाने में पांच आपराधिक मामले दर्ज हैं। इनमें 22 अक्टूबर, 2015 को एक ज़मीन कब्जाने के मामले में ताबड़तोड़ फॉयरिंग कर दहशत फैलाने के जुर्म आर्म्स दर्ज एक्ट के मामले में वह जेल गया था। इसी मामले में विगत माह 24 अप्रैल को ही लड्डन सिवान जेल से जमानत पर बाहर आया है। वही मोबाइल सर्विजलेन्स की मदद से इस बात का भी पता चला है कि 13 मई की रात जब राजदेव रंजन का मर्डर किया गया तब लड्डन घटना स्थल के आसपास ही मौजूद था। पुलिस ने उसे पकड़ने के लिए जब उसके पैतृक घर रेड डाली तो वह अपने परिवार समेत फरार हो चूका था।
सिवान नगर व मुफस्सिल थाने में उसके ऊपर डेढ़ दर्जन से ज्यादा मामले दर्ज हैं। इनमें लूटपाट, हत्या के प्रयास जैसे मामले भी हैं। लड्डन पर झारखंड के धनबाद और बिहार के बगहा में भी हत्या के मामले दर्ज हैं।लड्डन को पूर्व सांसद मो. शहाबुद्दीन का खासमखास बताया जाता है। 24 अप्रैल को ही वह सिवान जेल से बाहर आया है। शहाबुद्दीन को अभी भागलपुर जेल में शिफ्ट किया जा चुका है, लेकिन लड्डन के सिवान जेल में रहने के दौरान वे वहीं थे। सनद रहे कि 2014 में सीवान में हुए सांसद ओमप्रकाश के पीआरओ श्रीकांत भारती की हत्या के मामले में भी लड्डन मियां का नाम आया था। वही पकड़े गए आरोपियों में राजेदव रंजन को गोली मारने वाला शूटर रोहित कुमार (25 वर्ष, पटवा टोली, सीवान) भी शामिल हैं। इसके अलावा लाइनर और लोकेशन बताने की भूमिका में रहे विजय कुमार (25), सोनू गुप्ता (18) (दोनों शुक्ला टोली, सीवान), राजेश कुमार (25 वर्ष, बबुनिया, सीवान) और ऋषु कुमार (20 वर्ष, सीवान) को गिरफ्तार किया गया है। रोहित ने पत्रकार पर गोली चलाने की बात कबूल की है। साथ ही सुपारी देने वाले के तौर पर लड्डन उर्फ़ अज़हरुद्दीन बेग का नाम लिया है।