गोपालगंज: जन्म मृत्य प्रमाणपत्र नहीं बनने को लेकर ग्रामीणों का प्रदर्शन, भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने का आरोप
गोपालगंज के कुचायकोट प्रखंड के तिवारी मटिहनिया, रामपुर माधो,बखरी, बंगालखाड़,जलालपुर सहित कुचायकोट प्रखंड के सभी पंचायतों में जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र नहीं बनने को लेकर ग्रामीणों ने शुक्रवार को जमकर प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रदर्शन में शामिल ग्रामीणों ने ग्रामीणों को परेशान करने और भर्ष्टाचार को बढ़ावा देने का पदाधिकारियों पर आरोप लगाया।
प्रदर्शन में ग्रामीणों ने पदाधिकारियों पर आमजन के हित के विरुद्ध काम करने का आरोप लगाते हुए कहा कि जिला सांख्यिकी पदाधिकारी का आदेश जन्म मृत्य प्रमाणपत्र के निर्माण को लेकर गलत है। जिला सांख्यिकी पदाधिकारी के पत्रांक 1154 और दिनांक 16/10/21 के आदेशानुसार पंचायत स्तर पर 21 दिनों के अंदर का जन्म मृत्य प्रमाणपत्र बनना बंद है। आदेश के पहले पंचायत में 21 दिन के अंदर का जन्म मृत्यु का प्रमाणपत्र आंगनबाड़ी सेविका के माध्यम से पंचायत में कार्यरत कार्यपालक सहायक के माध्यम से बन जाता था, जिससे आमजन को सहूलियत और प्रखंड में जाने से बच जाते थे। लेकिन जिला सांख्यिकी पदाधिकारी के आदेश के बाद प्रखंड के स्तर से बनाने की बात कही जा रही है। जो बिल्कुल गलत है और भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने वाला कदम है। इस आदेश के बाद पंचायत में कार्यरत कार्यपालक सहायक की कोई उपयोगिता नहीं है। जबकि सरकार की सोच है कि ग्रामीणों को विभिन्न सेवाएं और कार्य पंचायत स्तर से ही संपादित हो और आमजन को प्रखंड कम आना पड़े। यह आदेश सरकार के सोच के बिल्कुल विपरीत है।
ग्रामीणों की मांग थी कि अविलंब यह आदेश वापस हो और पंचायत स्तर से प्रमाणपत्र निर्गत हो। अन्यथा किसान उग्र आंदोलन और धरना देंगे।