गोपालगंज: कोविड टीकाकरण के प्रति लोगों के जागरूकता के लिए दिवालों पर लिखा जायेगा स्लोगन
गोपालगंज: वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के खिलाफ टीकाकरण अभियान जारी है। टीकाकरण की रफ्तार को तेज करने का प्रयास स्वास्थ्य विभाग के द्वारा किया जा रहा है। नयी-नयी पहल से टीकाकरण के लक्ष्य को हासिल करने का हर संभव प्रयास किया जा रहा है। इसी कड़ी में कोविड टीकाकरण के प्रति जागरूकता के लिए दिवाल लेखन कार्यक्रम चलाये जाने का निर्णय लिया गया है। इसको लेकर राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह ने पत्र जारी कर सिविल सर्जन को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया है। जारी पत्र में कहा गया है कि कोविड 19 टीकाकरण के प्रति जनमानस में जागरूकता उत्पन्न करने के उद्येश्य से जिला के सभी स्वास्थ्य संस्थानों सहित हाट, बाजारों, रेलवे स्टेशन तथा सामुदायिक स्थलों पर जहां आमजन का आवागमन सर्वाधिक होता है, उन स्थलों पर कोविड 19 टीकाकरण के संबंध में दिवाल लेखन कराया जाना है।
रेलवे स्टेशन व हाट बाजारों के दिवालों पर लिखा जायेगा संदेश: जारी पत्र के माध्यम से निर्देश दिया गया है कि सभी स्वास्थ्य संस्थानों सहित हाट बाजारों, रेलवे स्टेशन तथा सामुदायिक स्थलों पर जहां आम जन का आवागमन सर्वाधिक होता है, उन स्थलों पर कोविड 19 टीकाकरण के संबंध में दिवाल लेखन कराना सुनिश्चित किया जाय। दोनों टीका लगवाना है, कोरोना को भगाना है। नहीं है डरना, है सुरक्षित रहना, जैसे स्लोगन लिखा जायेगा। इस दिवाल लेखन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तस्वीर भी रहेगी। नीचे में जीवंत बिहार.. सपना होगा साकार का संदेश लिखा जायेगा।
शुरू किया गया है हर घर दस्तक अभियान: कोविड 19 वैश्विक महामारी के नियंत्रण एवं इससे सुरक्षा प्रदान करने के उद्येश्य से राज्य सरकार द्वारा 18 वर्ष या इससे अधिक आयु के सभी व्यक्तियों का शत-प्रतिशत कोविड टीकाकरण के आच्छादन लक्ष्य को प्राप्त किये जाने के लिए विभिन्न प्रकार के अभियानों का आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में आच्छादन के प्रथम खुराक के शत-प्रतिशत लक्ष्य की प्राप्ति के लिए 16 से 20 एवं 22 से 27 नवंबर 2021 (नियमित टीकाकरण दिवस को कोविड 19 टीकाकरण सहित) तक हर घर दस्तक के तहत घर -घर जाकर पल्स पोलियो अभियान की तर्ज पर कोविड 19 टीकाकरण का संचालन किया जा रहा है।
महामारी की लड़ाई में टीका जीवन रक्षा का प्रतीक: डीपीएम धीरज कुमार ने कहा कि कोविड महामारी की लड़ाई में टीका मानव जीवन रक्षा का प्रतीक है। सभी नागरिकों को टीकाकरण में हिस्सा लेना चाहिए। कोरोना टीके को लेकर जागरूकता जगाने के लिए अल्पसंख्यक समाज के भी कुछ प्रबुद्ध लोग आगे आए हैं। इसके प्रति भ्रांतियों को दूर करने में अहम भूमिका निभाई है। उसका नतीजा यह हुआ है कि उन क्षेत्र में वैक्सीनेशन बढ़ने लगा है जहां पर लोग टीका लेने से इनकार करते थे। अपील है कि वे कोरोना महामारी से बचाव के लिए टीकाकरण अवश्य कराएं। कोरोना की बीमारी से बचाव में यह टीका हमारा सुरक्षा कवच है।