गोपालगंज में जन वितरण प्रणाली में बड़े पैमाने पर धाधली, मृत व्यक्ति के नाम पर उठ रहा है राशन
गोपालगंज में जन वितरण प्रणाली योजना में बड़े पैमाने पर धाधली किया जा रहा है। यहाँ गरीबो को सरकार की योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा है। वही शिकायत है कि डीलर के द्वारा मृत लोगो का गलत तरीके से आधार का सीडिंग कर राशन का उठाव किया जा रहा है। यहाँ कई लोग अभी तक राशन कार्ड से बंचित है और जिन्हें राशन कार्ड मिला भी है उन्हें राशन नहीं मिल रहा है। भ्रष्टाचार रोकने के लिए बिहार सरकार भले ही बायोमैट्रिक सिस्टम के आधार पर राशन कार्ड देने की योजना बनायी गई है। लेकिन गोपालगंज के मानिकपुर पंचायत में कई ऐसे परिवार हैं जिन्हें बायोमैट्रिक सिस्टम के बावजूद लाभ नही मिल रहा है। ताजा मामला सदर प्रखंड के मानिकपुर पंचायत का है। यहां के लोग 5 साल से राशन कार्ड के लिए चक्कर लगा रहे हैं। लेकिन राशन कार्ड नही बन रहा है और जांच में पता चला है कि उनके नाम पर डीलर के द्वारा उनके नाम पर राशन का उठाव किया जा रहा है।
मानिकपुर के ओमप्रकाश के मुताबिक लॉकडाउन के दौरान मजदूरी नहीं मिली तब उन्हें भूखे रहना पड़ा। लेकिन आज भी वे राशन योजना से वंचित हैं। वही इसी पंचायत के हीरामन यादव की समस्या है कि उनकी बहू का देहांत 1 साल पहले हो गया है। देहांत होने के बाद भी उनके बहु के राशन कार्ड के नाम पर राशन का उठाव हो रहा है। जिसकी जानकारी उन्हें अब हुआ है। हीरामन यादव के मुताबिक उनकी बहू का नाम पवधारी देवी था और उनके नाम पर पहले राशन का उठाव होता था। लेकिन देहांत होने के बाद उन्हें राशन नहीं मिला। लेकिन पवधारी देवी के नाम पर प्रमिला देवी के द्वारा राशन का आज भी उठाव हो रहा है।
लोगो काआरोप है कि इस पंचायत के डीलर रामाधार प्रसाद के द्वारा ऐसे कई लोगों का गलत तरीके से आधार का सीडिंग कर राशन का उठाव किया जा रहा है, जो लोग मर चुके है। हालांकि इस पंचायत के डीलर रामाधार प्रसाद का कहना है कि वे समाज सेवा करते हैं और उन्हें ऐसे गलत तरीके से राशन के उठाव की कोई जानकारी नहीं है। डीलर के मुताबिक आधार सीडिंग करने के दबाव में कई ऐसे लोग ही होंगे जिनका आधार का बायो मेट्रिक सिस्टम दूसरे के नाम से सीड हो गया होगा। लेकिन उनके यहा से ऐसे किसी भी लोगो का गलत तरीके से उठाव नही हो रहा है। इस पंचायत में कई डीलर है, हो सकता है कि उनके यहां इस तरह की गड़बड़ी हो।
बहरहाल यह तो जांच के बाद ही पता चल पाएगा कि जन वितरण प्रणाली योजना में कितना बड़ा धांधली हुआ है।