गोपालगंज में गंडक के जलस्तर में लगातार आ रही है कमी, लोगों की परेशानी अभी भी नहीं हुई है कम
गोपालगंज में गंडक के जलस्तर में लगातार कमी आ रही है। बाल्मीकि नगर बराज से भी आज महज 2 लाख 70 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। जिससे बाढ़ प्रभावित इलाकों में बाढ़ का पानी कम होने लगा है। लेकिन अभी भी लोगों की परेशानी कम नहीं हुई है। जिसकी वजह से लोग तटबंधो पर शरण ले रहे हैं।
बाढ़ प्रभावित गांवों में भी एक अजीब से वीरानगी छाई हुई है। मांझागढ़ प्रखंड के 2 पंचायत बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। गोसिया और निमुइया पंचायत में सभी ज्यादा बाढ़ से तबाही हुई है। यहां अभी भी बाढ़ का पानी कई गांव में भरा हुआ है। जिससे गांव के लोग अपने घरों को छोड़कर तटबन्धों पर हैं। मांझागढ़ प्रखंड के निमुइया पंचायत के वार्ड नंबर 5 में सिर्फ इक्का-दुक्का लोग गांव में हैं। लोगो की झोपड़िया बाढ़ के पानी में ध्वस्त हो गई हैं। गांव में एक अजीब सा सन्नाटा और वीरानगी छाई हुई है।
गांव में अपने घरों में बचे लोग कोई भी नाव देख रहे है तब लोगों के अंदर एक उम्मीद जग रही है कि शायद राहत सामग्री उनके पास कोई लेकर आ रहा है। लेकिन अब तक जिला प्रशासन से उन्हें कोई बाढ़ सहायता राशि नहीं मिला है। लोग बाढ़ सहायता राशि और प्लास्टिक शीट की उम्मीद लगाए बैठे हैं।
गोपालगंज में 26 पंचायतों के 43 गांव अभी भी बाढ़ से प्रभावित हैं। जिला प्रशासन के मुताबिक जगह जगह पर कम्युनिटी किचन चलाए जा रहे हैं। बाढ़ पीड़ितों से अपील की जा रही है कि जब तक गांव में पानी है। तब तक वे तटबन्धों पर रहे।