गोपालगंज स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही, अब तक इंस्टॉल नहीं किया जा सका है आरटीपीसीआर मशीन
गोपालगंज में कोरोना के थर्ड वेव की तैयारी को लेकर थावे में आरटीपीसीआर मशीन इंस्टॉल कर दिया गया। लेकिन स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही की वजह से अब तक इस आरटीपीसीआर मशीन को इंस्टॉल नहीं किया जा सका है। जिसकी वजह से कोरोना संक्रमण के मरीजों की जांच के लिए लगाया गया आरटीपीसीआर मशीन यूं ही बेकार पड़ा हुआ है। कोरोना के मरीजों के सैंपल को अभी भी पटना और बेतिया भेजना पड़ता है। जिसकी वजह से कोरोना मरीजों को 3 दिन से लेकर 07 दिन तक जांच रिपोर्ट का इंतजार करना पड़ता है।
जानकारी के मुताबिक बीते 28 जून को केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे और बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय के द्वारा वर्चुअल तरीके से गोपालगंज के थावे सीएचसी में आरटीपीसीआर मशीन का उद्घाटन किया गया था। तब दावा किया गया था कि अब गोपालगंज के कोरोना के मरीजों का सैंपल पटना या बेतिया नहीं भेजना पड़ेगा। लेकिन उद्घाटन के कई दिन बीत जाने के बाद भी आरटीपीसीआर मशीन को पूरी तरह से इनस्टॉल नहीं किया जा सका है।
गोपालगंज के सिविल सर्जन डॉक्टर योगेंद्र महतो के मुताबिक अभी इस आरटीपीसीआर मशीन के जरूरी सामान आना बाकी है। इसके अलावा आरएनए सेपरेशन मशीन भी नही आया है। जिसकी वजह से इस मशीन का उपयोग नहीं किया जा रहा है। सीएस ने कहा कि यूनिसेफ के द्वारा इस आरटीपीसीआर मशीन को उपलब्ध कराया गया है। लेकिन अभी जिले में माइक्रो बायोलॉजिस्ट नहीं है। सीएस ने दावा किया है कि 10 अगस्त तक इस मशीन को पूरी तरह इनस्टॉल कर दिया जाएगा। इसके साथ ही माइक्रो बायोलॉजिस्ट की भी यहां बहाली कर दी जाएगी। जिसके बाद आरटीपीसीआर मशीन से जांच शुरू कर दिया जाएगा।