प्रदुषण के मामले में पटना दुनिया का छठा शहर !
चलिए सबसे प्रदूषित शहरो की ही सूची में ही सही अपने शहर का नाम विश्व मानचित्र पर दर्शाया तो गया। खैर वैसे भी गलत कारणों से ही बिहार की राजधानी पटना अक्सर देश भर में चर्चा का केंद्र बिंदु बनता रहता हैं। फिर एक बार विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भारत के शहरों में बढ़ते प्रदूषण की चौंकाने वाली रिपोर्ट पेश की है। रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया के सात सबसे प्रदूषित शहरों में भारत के चार शहर ग्वालियर, इलाहाबाद, पटना और रायपुर शामिल हैं। सूची में पटना का स्थान छठा है। हर साल कई महीनों तक धूल भरी आंधी झेलने वाले ईरानी शहर जबोल को सबसे प्रदूषित माना गया है।
वही डब्ल्यूएचओ की सालाना रिपोर्ट में दिल्ली की बात करें तो इस महानगर ने प्रदूषण से निपटने में बड़ी कामयाबी हासिल की है। वर्ष 2014 में दुनिया में सबसे प्रदूषित घोषित की गई दिल्ली अब सुधार के साथ 11वें स्थान पर है। अगर शीर्ष 20 की बात करें तो इस बार भारत के 10 शहर शामिल हैं। जबकि 2014 में 20 में से 13 शहर भारत के थे।
डब्ल्यूएचओ की स्वास्थ्य, पर्यावरण मामलों की निदेशक मारिया नीरा ने कहा कि हवा में पार्टिक्युलेट मैटर यानी घातक धूल के बेहद बारीक कणों के मामले में दिल्ली की आबोहवा में पहले से काफी सुधार हुआ है। इसके लिए सरकार की ओर से किए गए प्रयास प्रभावी साबित हुए हैं। इसमें स्मार्ट सिटी, सम-विषम, सीएनजी जैसे दूरगामी और अस्थायी कदम शामिल हैं।
भारत के अन्य प्रदूषित शहरों में कानपुर, लखनऊ और फिरोजाबाद, पंजाब के खन्ना और लुधियाना शहर शामिल हैं। पहले की रिपोर्ट में भी इन शहरों की स्थिति काफी गंभीर रही थी। दुनिया के 103 देशों के 3000 शहरों से प्राप्त आंकड में के बाद ये सूची तैयार की गई है। रिपोर्ट के मुताबिक बारीक कणों (पीएम 2.5 और पीएम 10) के स्तर की जांच की गई है। पिछली बार 1600 शहरों के नमूने लिए गए थे। इस बार 1400 शहर और शामिल किए गए। हवा में घुले महीन कण पीएम 2.5 और पीएम 10 फेफड़ों के कैंसर, पक्षाघात, त्वचा के रोगों का कारण बनते हैं। साथ ही हार्ट अटैक की आशंका को भी बढ़ाते हैं।