गोपालगंज जिले में 436070 घरों के 3.89 लाख से अधिक बच्चों को पिलाई जायेगी पोलियो की दवा
गोपालगंज सदर अस्पताल में पांच दिवसीय पल्स पोलियो अभियान की शुरूआत की गयी। एडीएम वीरेंद्र प्रसाद व सिविल सर्जन डॉ. योगेंद्र महतो ने संयुक्त रूप से पोलियो अभियान का शुभारंभ किया। नौनिहालों को पोलियो की दवा पिलाकर अभियान का शुभारंभ किया। इस मौके पर सिविल सर्जन डॉ. योगेंद्र महतो ने कहा कि पोलियो अभियान के लिए 4 लाख 36 हजार 70 घरों को चिन्हित किया गया है। जहां 3 लाख 89 हजार 56 बच्चों को पोलियो की दवा पिलाने का लक्ष्य है। उन्होने कहा कि हर बच्चे को पोलियो की खुराक पिलाना आवश्यक है। यह सुनिश्चित किया जाये कि कोई भी बच्चा पोलियो की दवा से वंचित नहीं रहे। सीएस ने कहा कि पल्स पोलियो अभियान की सफलता के लिए अधिकारियों को अपने उत्तरदायित्वों का निर्वहन ईमानदारी पूर्वक करना होगा। चिन्हित किये गए सभी केंद्रों पर ससमय दवा उपलब्ध कराते हुए सभी 5 वर्ष से नीचे के बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाकर अभियान को सफल बनायें।उन्होंने कहा कि पल्स पोलियो अभियान का विभिन्न माध्यमों से व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार कराया जाय तथा आमजन को अपने बच्चों को पल्स पोलियो की खुराक पिलाने के लिए जागरूकता अभियान चलाई जाय ताकि अभिभावक अपने बच्चों को पोलियो की खुराक पिलवा सकें। इस मौके पर एडीएम वीरेंद्र प्रसाद, सिविल सर्जन डॉ. योगेंद्र महतो, डीपीएम धीरज कुमार, डीआईओ डॉ. शक्ति कुमार सिंह, एसएमसी रूबी कुमारी, एसएमओ डॉ. आनंद शंकर, भीसीसीएम नीरज कुमार, हेल्थ मैनेजर अमरेंद्र कुमार समेत अन्य कर्मी मौजूद थे।
कोविड संबंधित सुरक्षा का ध्यान रखना जरूरी: जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. शक्ति कुमार सिंह ने कहा कि कोरोना काल में पोलियो राउंड को लेकर विशेष सतर्कता बरती जाएगी। मास्क की अनिवार्यता और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हर किसी के लिए जरूरी होगा। कोविड संबंधित सुरक्षा को देखते हुए मानकों को ध्यान में रखना जरूरी है। सभी वैक्सीन बॉक्स वाहकों को यह सख्त निर्देश दिए गए हैं कि पोलियो अभियान के दौरान उपयोग होने वाले सभी कोल्ड बॉक्स और आइस पैक की अच्छी तरह साफ-सफाई सुनिश्चित करेंगे। क्षेत्र में निकलने से पहले मास्क जरूर पहनेंगे, हाथों को जीवाणुमुक्त रखेंगे और शारीरिक दूरी का पालन करेंगे।
समुदाय स्तर पर किया जा रहा है जागरूक: यूनिसेफ के जिला समन्वयक रूबी कुमारी ने बताया कि पोलियो अभियान को सफल बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग व यूनिसेफ के द्वारा समुदाय स्तर पर जागरूक किया जा रहा है। आशा कार्यकर्ताओं व सेविकाओं के द्वारा रैली निकालकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। ताकि पोलियों की खुराक से कोई बच्चा वंचित नहीं रहे। 0 से 5 साल तक हर बच्चे को पोलियो का खुराक देना है। इसको लेकर टीम बनाया गया है। टीम को अलग-अलग दायित्व दिया गया है।