बिहार में शराब की पहली फैक्ट्री बंद
बिहार में पूर्ण शराबबंदी के बाद हाथीदह में विजय माल्या की शराब की फैक्ट्री का प्रोडक्शन बंद हो गया है. इस फैक्ट्री के बंद हो जाने के बाद लगभग डेढ़ हजार लोगो की रोजी रोटी पर असर पड़ा है. फैक्ट्री की मैनेजमेंट ने प्रोडक्शन बंद होने के पीछे कारण बताया है कि पूर्ण शराबबंदी के बाद राज्य सरकार जो पॉलिसीज बनाई है वह अनफेवरेवल है.
अपको बता दे कि इस फैक्ट्री को माल्या के पिता विट्ठल माल्या ने 1973 में शुरू की थी. उस समय विट्ठल माल्य कई महीनों तक यहां रहे थे. इस कंपनी को पहले ‘मैकडॉवेल’ के नाम से जाना जाता था. माल्या की कंपनी यूनाइटेड स्पिरिट्स की यह पहली शराब फैक्ट्री थी. इसमें हर साल दो लाख कार्टन शराब तैयार किया जाता था.
फैक्ट्री में जीतना शराब बनती थी उसकी आधी बिहार में बिक जाती थी, वहीं आधी दूसरे राज्यों में भेजी जाती थी. फैक्ट्री बंद हो जाने के बाद इम्प्लॉई यूनियन और मैनेजमेंट के बीच मुआवजे को लेकर टकराव जारी हैं. इम्प्लॉई सैलरी का 30 फीसदी बतौर मुआवजा चाहते हैं, जिसको लेकर मैनेजमेंट सहमत नही है.