गोपालगंज: करोड़ो रूपये खर्च कर बांधे गए सारण तटबन्ध में बाढ़ आने के पूर्व ही बांध में पड़ा दरार
गोपालगंज के मांझागढ़ में करोड़ो रूपये खर्च कर सरकार के द्वारा संवेदको के माध्यम से वर्ष 2020 आई विनाशकारी बाढ़ में टूटे सारण तटबन्ध को बंधवाया गया ताकि दुबारा लोगो को बाढ़ की विभीषका से बचाया जा सके। बुधवार से स्थानीय प्रशासन के द्वारा आने वाली चक्रवर्ती तूफान को देखते हुए तथा बाढ़ आने की सम्भावना के मद्देनजर गंडक नदी के तटवर्ती क्षेत्रऔर सारण बांध के समीप बसे लोगो को सतर्क करने के लिए लाऊड स्पीकर से अलाउंस किया जा रहा है कि आने वाले चक्रवर्ती तूफान से तबाही मच सकती है। इसलिए सभी लोग सतर्क हो जाय तथा सुरक्षित अस्थान पर रहे।
लेकिन अब हैरान करने वाले बात यह है कि अभी चक्रवर्ती तूफान पहुँचा नही की बारिश शुरू होते ही मांझा प्रखण्ड अंतर्गत करीब 500 गज की दूरी में पुरैना गांव के समीप बांधे गए सारण तटबन्ध में दरार पड़ गया है। पड़े दरार से वारिस के पानी लीक कर रहा है। जिससे ग्रामीण सहमे हुए है।
ग्रामीणों का कहना है कि बांध बांधने का कार्य संवेदक द्वारा घटिया कराये जाने की वजह से यह नतीजा देखने को मिल रहा है। प्रशासन के द्वारा बंधे बांध की जांच कर संवेदक पर करवाई करते हुए समय से बांध की सुरक्षा करनी होगी, नही तो फिर अगर बाढ़ की विभीषका के लोग शिकार हुए तो उसके जबाब सरकार और प्रशासन के देना पड़ेगा।