कन्हैया ने खत्म की भूख हड़ताल, बाकियों का अनशन जारी
जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने चिकित्सकीय कारणों से अपनी भूख हड़ताल खत्म कर दी है। हालांकि यूनिवर्सिटी के अन्य छात्रों की भूख हड़ताल आज 10वें दिन जारी रही। कन्हैया को शरीर में पानी की कमी और कीटोसिस के उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी। जेएनयू छात्र संघ ने एक बयान में कहा, “कन्हैया कल रात परिसर में वापस आ गए और उनके स्वास्थ्य को देखते हुए चिकित्सकों ने उन्हें भूख हड़ताल नहीं करने की सलाह दी हैं।”
गौरतलब है कि 9 फरवरी को जेएनयू में हुए विवादास्पद कार्यक्रम के बाद यूनिवर्सिटी ने छात्रों को सजा दी थी जिसके बाद से छात्र इसके खिलाफ भूख हड़ताल पर बैठ गए। 6 ने अपनी भूख हड़ताल खत्म कर दी है जबकि 14 अन्य की भूख हड़ताल अभी जारी है। भूख हड़ताल पर बैठे छात्रों की स्वास्थ्य रिपोर्टों में कीटोन के उच्च स्तर, निम्न रक्तचाप और वजन में कमी का जिक्र किया गया है। उन्हें कुछ दिनों तक बिस्तर पर आराम करने की सलाह दी गयी है। उनकी मेडिकल जांच भी होनी हैं। उन्होंने भूख हड़ताल वापस ले ली लेकिन वह आंदोलन जारी रखेंगे।
यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्र भी इस मामले में विरोध कर रहे छात्रों के साथ शामिल होंगे और आज शाम एक मानव श्रृंखला बनाएंगे। यूनिवर्सिटी प्रशासन ने कल यह कहते हुए छात्रों और अध्यापकों को बाहरी लोगों को आमंत्रित नहीं करने की अपील की थी कि इससे परिसर में शैक्षणिक माहौल और शांति की स्थिति बिगड़ सकती है। प्रशासन ने छात्रों से यह भी कहा कि वे “प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से आक्रामक कदम उठाने से बचें और वार्ता एवं चर्चा के लिए आगे आएं।” इससे पहले जेएनयू के कुलपति जगदीश कुमार ने इस सप्ताह पूर्व में भूख हड़ताल को गैरकानूनी गतिविधि करार देते हुए छात्रों से अपील की थी वे संवैधानिक माध्यमों का इस्तेमाल करके अपनी मांगें रखें और उन्होंने मामले को सुलझाने के लिए बातचीत के लिए आगे आने को कहा था।