गोपालगंज और मोतिहारी उत्पाद विभाग की टीम ने की छापेमारी, भारी मात्रा में चुलाई शराब की गई नष्ट
गोपालगंज: बिहार में शराबबंदी कानून लागू हुए 5 साल हो गए हैं। लेकिन 5 साल के बाद भी गोपालगंज में ना तो शराब की तस्करी कम हो रही है। और न ही अवैध देसी शराब के बनाने का कारोबार ही कम हुआ है। गोपालगंज उत्पाद विभाग की टीम और मोतिहारी की उत्पाद विभाग की टीम ने आज शनिवार को संयुक्त रूप से गोपालगंज के बैकुंठपुर और पूर्वी चंपारण के सीमावर्ती इलाके में सघन छापामारी की। और इस छापामारी के दौरान उत्पाद विभाग की टीम दियारा इलाके के जिस गांव में पहुंची। वहां पर देसी शराब का अवैध कारोबार धड़ल्ले से चल रहा था।
गोपालगंज के बैकुंठपुर और पूर्वी चंपारण के सीमावर्ती इलाके में खुले आसमान के नीचे खेतों में बड़े पैमाने पर चुलाई शराब का निर्माण किया जा रहा है। यहां पर ड्रम में चुलाई शराब बनाई जा रही है। तो कहीं पर मिट्टी के अंदर जमीन में ही चुलाई शराब बनाने का भट्ठी लगाया गया हैं।
जमीन पर बड़े बड़े गड्ढे बनाकर उसमें प्लास्टिक की चादर के ऊपर भारी मात्रा में देसी शराब बनाने की सामग्री रखा गया है। उत्पाद विभाग की टीम ने सैकड़ो लीटर अवैध चुलाई शराब जहां नष्ट किया। वहीं कई मिनी शराब फैक्ट्री को ध्वस्त भी किया गया है।
उत्पाद अधीक्षक राकेश कुमार ने बताया कि गोपालगंज में शराब की बरामदगी को लेकर लगातार कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि विभाग के द्वारा निर्देश मिला था कि गोपालगंज और मोतिहारी की उत्पाद विभाग की टीम संयुक्त रूप से दोनो जिलो के सीमावर्ती दियारा इलाके में खासकर केसरिया थाना के सुंदर पट्टी गांव, बैकुंठपुर के सत्तरघाट, बंगरा घाट के इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाएगी। इसी निर्देश के बाद भारी संख्या में पुलिस जवानों की मौजूदगी में यह कार्रवाई की जा रही है। उत्पाद अधीक्षक ने कहा कि इस मामले में अभी तक किसी भी शराब कारोबारी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। लेकिन स्थानीय लोगों की पूछताछ के बाद इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।