गोपालगंज सदर अस्पताल में गर्भनिरोधक इंजेक्शन को लेकर ए-ग्रेड नर्स को दिया गया प्रशिक्षण
गोपालगंज सदर अस्पताल के क्षेत्रीय प्रशिक्षण केंद्र में परिवार कल्याण कार्यक्रम के तहत गर्भनिरोधक इंजेक्शन को लेकर एएनएम को प्रशिक्षण दिया गया। जिले के प्रत्येक प्रखंडों के दो-दो अप्रशिक्षित ए-ग्रेड नर्सों को प्रशिक्षण दिया गया। सदर अस्पताल के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. सारिका, प्रभारी डीसीएम नीखत परवीन, केयर इंडिया के डीटीएल मुकेश कुमार सिंह, परिवार नियोजन समन्वयक डॉ. दिनेश मौर्य, अमित कुमार के द्वारा प्रशिक्षण दिया गया।
प्रशिक्षण के दौरान डॉ. सारिका ने कहा जिले में मातृ शिशु मृत्युदर को कम करने व जनसंख्या स्थिरीकरण की दिशा में विभाग की ओर से कई योजनाएं चलायी जा रही हैं । महिलाओं के प्रजनन स्वास्थ्य में सुधार लाने के लिए अंतरा गर्भ निरोधक इंजेक्शन की शुरुआत की गयी है। यह उन महिलाओं के लिए एक कारगर गर्भनिरोधक साधन है जो पहले बच्चे में देरी और उसके बाद के बच्चों के बीच उचित अंतराल रखना चाहती हैं । यह इंजेक्शन असानी से हाथ, जंघा या कूल्हे की मांसपेशियों में दी जा सकती है।प्रसव के 6 हफ्ते बाद से स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए यह एक सुरक्षित एवं कारगर उपाय है। प्रशिक्षण के दौरान लाभार्थियों को कैसे इंजेक्शन देने हैं , क्या- क्या सावधानी बरतनी चाहिए इन सबके बारे में जानकारी दी गयी।
केयर इंडिया के डीटीएल मुकेश कुमार सिंह ने बताया अंतरा इंजेक्शन अनचाहे गर्भ को रोकने व दो बच्चों के बीच अंतर रखने का एक सुरक्षित अस्थायी गर्भनिरोधक विकल्प है । तीन माह (त्रैमासिक) के अंतराल में लगने वाला यह इंजेक्शन एक बार लगवाने पर तीन माह तक अनचाहे गर्भ से छुटकारा देता है | अंतरा इंजेक्शन जिला महिला चिकित्सालयों, सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों व उप-केंद्रों पर लगाया जाता है और यह पूरी तरह से निः शुल्क है|
केयर इंडिया की परिवार नियोजन समन्वयक अमित कुमार ने बताया उचित स्क्रीनिंग हो जाने पर गर्भनिरोधक इंजेक्शन को किसी भी समय चुना जा सकता है पर पहला डोज़ नियमित मासिक धर्म के पहले से सात दिन के अंदर लेना अनिवार्य है. साथ ही प्रसव के 6 सप्ताह के बाद एवं गर्भपात के तुरंत बाद इसे लेना जरूरी है।
इंजेक्शन लगाने के बाद इन बातों को न करें नज़रंदाज: अंतरा की सुई जहाँ लगी हो उस जगह मालिश न करें., इंजेक्शन की जगह पर गर्म से काई न करें., इंजेक्शन लगने के बाद 5-10 मिनट के लिए अस्पताल में ही रुकें और अंतरा कार्ड पर दी गयी तारीख पर ही इंजेक्शन लगवाएं व इसके लिए अन्य लोगों को भी प्रेरित करें।
सुई लगाने से पहले लाभार्थी को दी जानेवाली सूचना:
- मासिक अनियमितता: कम या अत्याधिक रक्तश्राव या मासिक धर्म रूक जाना
- वजन में वृद्धि
- एचआईवी या यौन संक्रमण से सुरक्षा नहीं
- उपयोग के पहले दो वर्षों में हड्डी मज्जा घनत्व में हल्की कमी