गोपालगंज: अंतर्राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य दिवस पर चिकित्सकीय परामर्श शिविर का होगा आयोजन
गोपालगंज: तनावग्रस्त जीवनशैली में बिगड़ने मानसिक स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए इसके प्रति जागरूकता पैदा करने और इससे बचने के उपायों पर विचार करने के उद्देश्य से हर साल 10 अक्टूबर को पूरे विश्व में ”अंतर्राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य दिवस” के रूप में मनाया जाता है। इस बार जिले के स्वास्थ्य केंद्रों पर मानसिक स्वास्थ्य दिवस का आयोजन किया जायेगा। इसको लेकर राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार ने जिले के सिविल सर्जन को पत्र लिखकर दिशा-निर्देश जारी किया है। जारी पत्र में कहा गया है कि प्रत्येक वर्ष 10 अक्टूबर को अंतर्राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य दिवस मनाया जाता है एंव इस पर विभिन्न क्रियाकलापों के द्वारा जनमानस में मानसिक स्वास्थ्य संबंधी जागरूकता, चिकित्सकीय परामर्श शिविर कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा। पत्र के माध्यम से निर्देश दिया गया है कि जिले में विशेष रूप से मानसिक स्वास्थ्य संबंधी जागरूकता, परामर्श एवं चिकित्सकीय शिविर का आयोजन कराना सुनिश्चित करेंगे।
बैनर पोस्टर के माध्यम से किया जायेगा जागरूक: इस मौके पर मानसिक तनाव से बचाव के बारे में लोगों को जागरूक किया जायेगा तथा आवश्यक परामर्श दिया जायेगा। स्वास्थ्य संस्थानों पर बैनर-पोस्टर, हैंडबील, पम्पलेट के माध्यम से कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए जागरूकता अभियान भी चलाया जायेगा। इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग की ओर से तैयारी शुरू कर दी गयी है।
24×7 घंटे उपलब्ध है नि:शुल्क मानसिक स्वास्थ्य संबंधित परामर्श की सुविधा: जिला मानसिक स्वास्थ्य के डीएमईओ जयंत कुमार चौहान ने बताया कि वैश्विक महामारी कोरोना संकट के बीच आमजनों को मानसिक तनाव से दूर रखने व इससे बचाव के लिए कई प्रयास किये जा रहे है। स्वास्थ्य विभाग के 24×7 मानसिक स्वास्थ्य संबंधित परामर्श की सुविधा उपलब्ध करायी गयी है। टॉल फ्री नंबर- 104 पर डायल कर मानसिक स्वास्थ्य संबंधित परामर्श ले सकते है। इसके अलावां नजदीक स्वास्थ्य केंद्रों पर परामर्श की सुविधा उपलब्ध है।
समस्याओं का जन्मदाता है तनाव: सिविल सर्जन डॉ. टीएन सिंह ने कहा कि यह बात हर किसी को हर दिन याद रखनी चाहिए, कि तनाव किसी भी समस्या का हल नहीं होता बल्कि कई अन्य समस्याओं का जन्मदाता होता है। उदाहरण के लिए तनाव आपको अत्यधिक सिरदर्द, माइग्रेन, उच्च या निम्न रक्तचाप, हृदय से जुड़ी समस्याओं से ग्रस्त करता है। यह आपका स्वभाव चिड़चिड़ा कर आपकी खुशी और मुस्कान को भी चुरा लेता है। इससे बचने के लिए तनाव पैदा करने वाले अनावश्यक कारणों को जीवन से दूर करना जरूरी ही नहीं अनिवार्य हो गया है।
कोरोना महामारी के बीच ये लक्षण दिखें तो ले सलाह:
- स्पष्ट रूप से सोचने और दैनिक कार्यकलापों को करने में कठिनाई
- बार-बार एवं गलत, नकारात्मक विचारों को आना
- आदत, मन एवं एकाग्रता में अचानक परिवर्तन का होना
- वैसी चीजों को देखना और सुनना जो आस-पास मौजूद नहीं हो
- आत्महत्या का विचार आना अथवा आत्महत्या करने का प्रयास करना
- क्रोध, भय, चिंता, अपराध बोल, उदासी या खुशी की लगातार अनुभूति
- बिना चिकित्सीय सलाह के औषधियों का अत्यधिक सेवन