गोपालगंज: सघन दस्त नियंत्रण पखवाड़ा कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए कर्मियों को दिया गया प्रशिक्षण
गोपालगंज: 16 सितंबर से 29 सितंबर तक चलने वाले सघन दस्त नियंत्रण पखवाड़ा विटामिन ए की खुराक और राष्ट्रीय कृमि मुक्ति कार्यक्रम को सफल क्रियान्वयन को लेकर प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। सदर अस्पताल के क्षेत्रीय प्रशिक्षण केंद्र में सिविल सर्जन डॉ. टीएन सिंह की अध्यक्षता में प्रशिक्षण शिविर आयोजित की गई। प्रशिक्षण में सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, स्वास्थ्य प्रबंधक, प्रखंड समुदायिक उत्प्रेरक तथा आईसीडीएस के सभी सीडीपीओ को प्रशिक्षण दिया गया। सिविल सर्जन डॉ. टीएन सिंह ने कहा कि अभियान को सफल बनाने के लिए अंतर विभागीय समन्वय स्थापित कर कार्य किया जाएगा। इसको लेकर माइक्रो प्लान तैयार कर कार्य करने की आवश्यकता है। सिविल सर्जन ने सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों व अन्य पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि पहले से ही इसका माइक्रो प्लान तैयार किया कर लिया जाए। हर हाल में लक्ष्य के अनुरूप कार्य किया जाए तथा शत-प्रतिशत लक्ष्य की प्राप्ति की जाए। सिविल सर्जन ने कहा कि अभियान के दौरान कोविड-19 से बचाव के लिए जारी किए गए गाइडलाइंस का पालन करना भी अनिवार्य होगा।
समुदायिक स्तर पर होगी गतिविधि: सिविल सर्जन डॉ. टीएन सिंह ने कहा कि आशा कार्यकर्ता द्वारा भ्रमण के लिए माइक्रोप्लान तैयार किया जायेगा। जिसमें पाचं वर्ष से कम उम्र के बच्चों की सूची बनायी जायेगी। माईक्रोप्लान की समीक्षा संबंधित नोडल पदाधिकारी एवं जिला स्टेयरिंग कमिटी द्वारा की जाएगी। पांच वर्ष से कम उम्र के बच्चों के घरों में प्रति बच्चा एक-एक ओआरएस पैकेट का वितरण किया जायेगा। कोविड-19 महामारी को देखते हुए आशा द्वारा नान- कंटेनमेंट जोन के घरों में ओआरएस का वितरण किया जायेगा। कंटेनमेंट जोन में ओआरएस का वितरण के लिए प्रोटोकॉल का पालन किया जायेगा।
बच्चों को एलबेंडाजोल की दवा दी जाएगी: जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. शक्ति कुमार सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय कृमि मुक्ति कार्यक्रम के तहत 16 सितम्बर से 29 सितम्बर तक 1 साल से 19 साल तक के बच्चों को एलबेंडाजोल की दवा दी जाएगी। साथ ही गृह भ्रमण के दौरान आशा कार्यकर्ता अपने कार्यक्षेत्र के अंतर्गत आने वाले 9 माह से 5 वर्ष तक के उम्र के बच्चों को विटामिन ए सिरप की खुराक पिलाना भी सुनिश्चित करेगी। इसके लिए आशा पहले विटामिन ए सिरप के साथ उपलब्ध चम्मच में खुराक डालने के बाद उक्त लाभार्थी के चम्मच में खुराक डालकर संबंधित परिवार के द्वारा ही चम्मच से बच्चों को अनुपूरण सुनिश्चित कराएगी।
बनाया जाएगा माइक्रोप्लान: जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. शक्ति कुमार सिंह ने कहा कि कार्यक्रम के क्रियान्वयन के लिए ग्राम एवं शहरी क्षेत्र का माइक्रोप्लान बनाया जाएगा, जिसमें आशा के कार्य क्षेत्र के अंतर्गत सभी टोला, वार्ड को चिन्हित किया जाएगा। साथ आशा के कार्य क्षेत्र को एक वितरण केंद्र के रूप में चिन्हित किया जाएगा जिससे कि प्रत्येक आशा कार्यकर्ता को ज्ञात हो कि उनके कार्यक्षेत्र में 09 माह से 5 वर्ष तक के कितने बच्चे हैं। बच्चों को विटामिन ‘ए’ सिरप पिलाने के लिए आशा प्रतिदिन के हिसाब से कार्यक्रम के दौरान गृहभ्रमण की योजना बनाएगी। आशा अपना तिथिवार माइक्रोप्लान बनाकर संबंधित एएनएम को 07 दिन पूर्व देगी ताकि इसका संधारण प्रखंड स्तर पर हो सके. बच्चों को विटामिन ‘ए’ की खुराक पिलाने के बाद आशा एमसीपी कार्ड तथा विटामिन ‘ए’ टैली सीट पर अंकित करेगी।
ऐसे पिलाई जाएगी बच्चों को विटामिन ए की ख़ुराक: कोरोना संक्रमण के मद्देनजर बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलाने वक़्त आशा को सावधानी बरतने की सलाह दी गयी है. इसके लिए विटामिन ए सिरप के साथ उपलब्ध चम्मच पर खुराक निकाली जाएगी। इस चम्मच पर खुराक की मात्रा अंकित होगी। इसके बाद आशा उक्त बच्चे के घर द्वारा दी गयी चम्मच पर विटामिन ए की खुराक डालकर दवा सेवन कराना सुनिश्चित करेगी।
प्रशिक्षण के दौरान जिला शिक्षा पदाधिकारी, अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. एके चौधरी, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. शक्ति कुमार सिंह, यूनिसेफ के एसएमसी रूबी कुमारी केयर इंडिया के डीटीएल मुकेश कुमार सिंह, आईसीडीएस के जिला समन्वयक समेत सभी सीडीपीओ, प्रखंडों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी स्वास्थ्य प्रबंधक समुदायिक उत्प्रेरक शामिल थे।