गोपालगंज: शिक्षा विभाग के लिपिक हत्याकांड मामले में पुलिस ने दो शूटर सहित तीन को किया गिरफ्तार
गोपालगंज में थावे थाना क्षेत्र के लछवार गांव के समीप शिक्षा विभाग के लिपिक अजय राय की गोली मार कर हत्या करने के मामले में पुलिस ने छापेमारी कर दो शूटर सहित तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार किए गए आरोपितों से पूछताछ करने के बाद पुलिस ने इस बात का पर्दाफाश किया है कि शिक्षा माफिया के इशारे पर लिपिक की हत्या की गई थी।
बताया जाता है की फुलवरिया थाने के मंजिरवा खुर्द गांव के रहने वाले शिक्षा विभाग के क्लर्क अजय राय अपने घर से अपने होंडा साइन बाइक से गोपालगंज आ रहे थे। मीरगंज पार करने के बाद बुलेट एव एक अन्य बाइक पर सवार चार अपराधियों ने हथियार से लैस होकर सुनसान रास्ते देख दिनदहाड़े सुबह लगभग 9 बजे गोपालगंज-मीरगंज मुख्य पथ एनएच-531 पर लछवार गांव के सामने अपने पिस्टल से बाइक सवार पर हमला करते हुए तीन फायर किए। जिससे क्लर्क को एक गोली पाजर व एक गोली कंधा पर लगी। जबकि तीसरी गोली हवाई फायर करते हुए अपने सफ़ेद रंग के बुलेट को घुमाकर मीरगंज के तरफ हथियार लहराते हुए अपराधी फरार हो गए। सूचना मिलने पर थानाध्यक्ष विशाल आंनद, एसएआई शैलेन्द्र कुमार पप्पू व श्याम सुंदर प्रसाद अपने पुलिस बल के साथ घटना स्थल पहुंचकर गोली से घायल क्लर्क को इलाज के लिए सदर अस्पताल ले गए। घटना स्थल से पुलिस ने गोली का दो खोखा भी बरामद किया था। इलाज के दौरान 42 वर्षीय अजय राय की मौत सदर अस्पताल में हो गई। वही बाइक को जब्त कर थाने पर लाई गई।
अपराधियों की गिरफ्तारी के बाद थानाध्यक्ष विशाल आनंद ने बताया कि कुछ शिक्षा माफियो के इसारे पर मीरगंज थाना के खैरटिया निवासी जुल्फिकार अली भुट्टो ने उत्तरप्रदेश के देवरिया जिले के खामपुर थाना के भवानी छापर बाजार के अपराध कर्मी (सूटर) बसीर अंसारी एवं अन्य सहयोगियों से सम्पर्क किया तथा क्लर्क अजय राय के हत्या के लिए तीन लाख की सुपारी दी। सुपारी लेने के बाद बसीर अंसारी एव तीन अन्य सहयोगियों के साथ घटना का अंजाम दिया गया। थानाध्यक्ष ने बताया कि लिपिक अजय कुमार के द्वारा कुछ फर्जी शिक्षकों की जांच हेतु सूची जारी करवाई गई थी। सूची जारी होने के बाद शिक्षा माफियो द्वारा जांच रोकने के लिए काफी प्रयास किया गया। लेकिन प्रयास विफल होने के बाद जुल्फिकार अली भुट्टो के माध्यम से कांड का अंजाम दिया गया। उन्होंने बताया कि काफी संख्या में जुल्फिकार अली भुट्टो द्वारा नियोजित शिक्षक हेतु फर्जी टीइटी सर्टिफिकेट बनाकर शिक्षकों की फर्जी नियुक्ति की गई हैं।इस कार्य मे जुल्फिकार अली भुट्टो का भगिना उत्तरप्रदेश के देवरिया जिला के खामपार थाना के शहबाज आलम फर्जी कागजात बनाने में सहयोग करता था।
थानाध्यक्ष ने बताया कि गिरफ्तार जुल्फिकार अली भुट्टो मीरगंज थाना क्षेत्र के खैरटिया गांव का रहने वाला है। उन्होंने बताया कि 2005 में नियोजित शिक्षक बना। लेकिन शराब बेचने के मामले में विजयीपुर थाने से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। उसी क्रम में शिक्षा विभाग द्वारा उसे बर्खास्त कर दिया गया। इसके अलावे अपने ही गांव के उमेश भगत की हत्या में भी वह जेल जा चुका है। इसके अलावे उत्तरप्रदेश के गोरखपुर जिला के शहजनवां थाना में सफारी गाड़ी में लदी शराब के साथ गिरफ्तार कर जेल भी जा चुका है। उन्होंने बताया कि इसकी पत्नी भी शिक्षिका है।इसके साथ ही अपने गांव में प्राइवेट स्कूल का संचालन भी करता है।अपने आस पड़ोस गांव के कई लोगो की फर्जी शिक्षक पद पर बहाल कराया है। जिसकी जांच शुरू कर दी गई है।
थानाध्यक्ष ने बताया कि हत्या कांड में संलिप्त अपराधकर्मियों की गिरफ्तारी गुप्त सूचना व टावर लोकेशन के आधार पर की गई है। गिरफ्तार अपराधियों में जुल्फिकार अली भुट्टो के अलावे उतरप्रदेश के देवरिया जिला के खामपार थाना के भवानी छापर गांव के वशीर अंसारी तथा उसी थाना के शहबाज आलम बताए जाते है। इनलोगो के पास से दो मोबाइल बरामद किया गया है। थानाध्यक्ष ने बताया कि अपराधियों की गिरफ्तारी मीरगंज थाना के खैरटिया से की गई है। गिरफ्तार अपराधियों को बुधवार को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। उन्होंने बताया कि इस कार्य मे संलिप्त शिक्षा माफियाओं पर जल्द ही गाज गिरेगी तथा शेष बचे अपराधियों को गिरफ्तारी के लिए सघन छापेमारी जारी है।