गोपालगंज जिला प्रशासन को बाढ़ के साथ कोरोना की महामारी को लेकर भी करनी पड़ रही है विशेष तैयारी
गोपालगंज के लोगो को कोरोना जैसी वैश्विक महामारी के साथ बाढ़ की विभीषिका भी झेलनी पड़ रही है। यहाँ कोरोना महामारी की चपेट में रोज नए क्षेत्र आ रहे है। वही बाढ़ का क्षेत्र भी लगातार नए इलाके में बढ़ रहा है। गोपालगंज जिला प्रशासन को भी बाढ़ के साथ साथ कोरोना की महामारी को लेकर भी विशेष तैयारी करनी पड़ रही है।
गोपालगंज डीएम अरशद अजीज के मुताबिक जिले में अबतक करीब 25 हजार लोगो का कोरोना का जाँच कराया गया है। जिसमे करीब 1500 लोगो में पॉजिटिव केस पाए गए है। डीएम के मुताबिक बीते जून महीने में जब बिहार में प्रवासी लोगो का आने का सिलसिला जारी था। तब कोरोना की जांच में पॉजिटिव केस के आने का रेशियो 10.16 था। जबकि अब जांच के बाद पॉजिटिव आने का रेशियो रेट 3.9 है। लोगो को समझाने का लगातार प्रयास किया जा रहा है। लोग मास्क पहनकर घर से निकल रहे है और लगातार हैण्डवाश कर रहे है। जिसकी वजह से रेशिओ रेट पॉजिटिव आने का कम हो गया है। सदर अस्पताल में 24 घंटे कोरोना जाँच केंद्र की स्थापना की गयी है। जहा कोई भी व्यक्ति अपना जांच करवा सकता है।
वही गोपालगंज में बाढ़ की स्थिति भी भयावह है। जिसको लेकर जिला प्रशासन के द्वारा लगातार बाढ़ प्रभावित इलाको में राहत कार्य चालाया जा रहा है। डीएम अरशद अजीज के मुताबिक जिले के 5 प्रखंड बाढ़ से प्रभावित है। इन प्रखंडो के 25 पंचायते पूर्ण रूप से प्रभावित है। 43 पंचायते आंशिक रूप से इफ्फेक्टेड है। जिले में कुल 3 लाख 82 हजार 15 लोग बाढ़ से प्रभावित है। सभी बाढ़ प्रभावित इलाके में 287 कम्युनिटी किचेन चलाये गए। डीएम ने कहा की सभी बाढ़ पीडितो के खाते में 6 हजार रूपये की दर से अबतक 26 हजार लोगो के खाते में जीआर की राशि भेजी जा चुकी है। ऐसे अबतक 41 हजार से ज्यादा लोगो का एंट्री करा दिया गया है। जिले में करीब 95 हजार से ज्यादा लोगो के खाते में जीआर की राशि भेजी जाएगी। यानी जिले में करीब 60 करोड़ रूपये बाढ़ पीडितो के खाते में डायरेक्ट भेजे जायेंगे।