मुझसे बडा देशभक्त इस देश में दूसरा नहीं है – शाहरूख
बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान अब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के समर्थन में आ गए हैं। शाहरूख का कहना है कि उनका किसी राजनीतिक पार्टी से कोई विवाद नहीं है और वह मानते हैं कि देश ने अगर नरेंद्र मोदी को भारत का प्रधानमंत्री चुना है तो हम सभी को उनका समर्थन करना चाहिए। गौरतलब है कि शाहरुख ने पिछले साल नवंबर में एक समारोह में कहा था कि धार्मिक असहिष्णुता से ज्यादा बुरा कुछ भी नहीं है और यह भारत को आदिम युग में ले जाएगा।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कई नेताओं ने उनके बयान की निंदा की थी और कहा था कि उनका बयान कांग्रेस के समर्थन में है। शाहरुख ने हालांकि कहा है कि वह सभी राजनीतिक पार्टियों को अपना दोस्त मानते हैं।
शाहरुख ने टीवी चैनल इंडिया टीवी के कार्यक्रम आप की अदालत में कहा, मैं स्पष्ट तौर पर कहना चाहता हूं कि जब हम अपने देश का नेता चुनते हैं, वह चाहे जो भी हों, नरेंद्र मोदी जितना महान हो, हमें उनका समर्थन करना चाहिए और देश को आगे ले जाना चाहिए।
शाहरूख कहा कि कभी-कभी मुझे यह जानकर काफी दुख होता है और रोना भी आता है कि मुझे इस देश की नागरिकता को साबित करना चाहिए। मैं एक देशभक्त हूं। हमें खुद को देशभक्त साबित करने के लिए एक-दूसरे से प्रतिस्पर्धा नहीं करनी है। मैं काफी निराश हो जाता हूं, जब मुझे हर बार अपने आप को एक अच्छा देशभक्त बताने की जरूरत पडती है। शाहरूख ने कहा कि आखिरी बार यह कहना चाहता हूं और मैं इसे दुबारा नहीं दुहराऊंगा कि मुझसे बडा देशभक्त इस देश में दूसरा नहीं है।
हमें नकारात्मक नहीं होना चाहिए। कार्यक्रम के मेजबान रजत शर्मा द्वारा यह पूछे जाने पर कि यह धारणा है कि कांग्रेस में उनके दोस्त हैं, जो मोदी से निपटना चाहते हैं, शाहरुख ने कहा, मैं यह कैसे सोच सकता हूं कि मैं किसी से निपट सकता हूं। आप मुझे वर्षो से जानते हैं, मैं गैर राजनीतिक हूं, हालांकि हर जगह मेरे दोस्त हैं।
शाहरुख ने यह भी स्पष्ट किया कि असहिष्णुता पर उनके बयान को गलत तरीके से लिया गया। उन्होंने कहा, मैंने युवाओं को केवल क्षेत्रीयता, धर्म, जाति और रंग के मुद्दों पर सहिष्णु रहने की सलाह दी थी। मेरे पिता एक स्वतंत्रता सेनानी थे। मुझे देश ने सब कुछ दिया है, मैं शिकायत करने वालों में सबसे आखिरी होऊंगा।
गौरतलब है कि शाहरुख ने पिछले वर्ष नवम्बर में एक समारोह में कहा था कि धार्मिक असहिष्णुता से बुरा कुछ भी नहीं है और यह भारत को अंधेरे युग की ओर ले जाएगा। शाहरूख के इस बयान के बाद देश में उनका विरोध शुरू हो गया जो अब तक नहीं थमा।