गोपालगंज: सत्तरघाट महासेतु के अप्रोच रोड के ध्वस्त होने के बाद डीएम के आदेश पर प्राथमिकी दर्ज
गोपालगंज में सत्तर घाट महासेतु के अप्रोच रोड के ध्वस्त होने के बाद भी वहा गंडक का कहर जारी है। यहाँ गंडक के दबाव की वजह से लगातार अप्रोच रोड का हिस्सा टूटकर गंडक में गिर रहा है। जहा बीते बुधवार को अप्रोच रोड टुटा था। वहा पहले महज 20 से 30 फीट का एरिया ही गंडक में ध्वस्त होकर बहा था। लेकिन यह एरिया बढ़कर 60 फीट से ज्यादा हो गया है। जहा यह अप्रोच रोड ध्वस्त हुआ था। वह एरिया सत्तर घाट महासेतु से करीब 2 किलोमीटर पहले है।
जिला प्रशासन के अनुसार कटाव के बाद जब अभियंताओ की टीम मरम्मती करने गयी थी। तब भी ग्रामीणों के द्वारा कटाव निरोधी कार्य रोक दिया गया था और काम को बाधित किया गया था। जबकि अप्रोच रोड टूटने के बाद लॉक डाउन के बावजूद कुछ स्थानीय नेताओ द्वारा यहाँ धरना और प्रदर्शन किया गया। जिसको लेकर डीएम के आदेश पर बैकुंठपुर सीओ ने एक दर्जन से ज्यादा लोगो पर प्राथमिकी दर्ज कराने का आवेदन दिया है। इसके अलावा वशिष्ठा कंस्ट्रक्शन कम्पनी के द्वारा भी एक प्राथमिकी दर्ज कराने का आवेदन बैकुंठपुर थाना में दिया है। जबकि एक आवेदन बिहार पुल निर्माण निगम के द्वारा भी भीड़ पर उपर प्राथमिकी दर्ज करने के निवेदन बैकुंठपुर थाना में दिया गया है। इस तरह कुल तीन प्राथमिकी इस मामले में दर्ज कराई जा रही है।
डीएम ने कहा की चुकी बैकुंठपुर में पहले से लॉक डाउन है। यहाँ कोरोना के बड़े पैमाने पर मामले मिले थे। बावजूद इसके यहाँ रोड के डैमेज होने के बाद भी धरना, प्रदर्शन और भीड़ लगाया गया। जिसको लेकर प्राथमिकी दर्ज करने के आदेश दिया गया है।
इस मामले में राजद के किसान प्रकोष्ट के जिलाध्यक्ष अरुण सिंह ने कहा कि नितीश सरकार अपनी कमी छुपाने के लिए ग्रामीणों और स्थानीय नेताओ पर प्राथमिकी दर्ज किया जा रहा है। सत्तर घाट पुल का जो रोड टुटा है उसका एक कमिटी का गठन कर जो भी दोषी हो उनके ऊपर करवाई होनी चाहिए।