गोपालगंज के भोरे में अपने पति की हत्यारों की गिरफ़्तारी की मांग को लेकर पत्नी ने किया जल सत्याग्रह
गोपालगंज के भोरे में अपने पति की हत्यारों की गिरफ़्तारी की मांग को लेकर पत्नी ने जहा जल सत्याग्रह किया। वही पत्नी के साथ सैकड़ो की संख्या में लोग इस जल सत्याग्रह में शामिल हुए।
पीड़ित पत्नी सुनीता सिंह के मुताबिक उनके पति रामाश्रय सिंह की एक साल पूर्व दिन दहाड़े गोलिओ से भुनकर हत्या कर दी गयी थी। इस मामले में आज एक साल से ज्यादा दिन बीत गए है। लेकिन पुलिस ने हत्या में शामिल नामजद एक भी आरोपी को अबतक गिरफ्तार नहीं कर सकी है। इस जल सत्याग्रह का आयोजन भोरे के लच्छीचक गांव स्थित तालाब में किया गया था।
बता दे की बीते 13 जून 2019 को भोरे के अपने नव निर्मित पेट्रोल पम्प पर व्यवसायी रामाश्रय सिंह निर्माण कार्य करवा रहे थे। तभी दो बाइक पर सवार चार अपराधियो ने दिनदहाड़े उनकी गोलिओ से भुनकर हत्या कर दी थी। हत्या के अपराधी अत्याधुनिक पिस्तौल और गले में सोने के चेन लेकर फरार हो गए। इस घटना के बाद आक्रोशित लोगो ने जमकर प्रदर्शन किया था। तब पुलिस ने हत्यारों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर लेने का दावा किया था।
मृतक रामाश्रय सिंह की पत्नी सुनीता सिंह के मुताबिक इस हत्याकांड में शामिल 9 लोगो को नामजद किया गया था। जिसमे पुलिस ने किसी भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया है।
पीड़ित पत्नी सुनीता सिंह के मुताबिक गोपालगंज एसपी ने नामजद अरोपियो की गिरफ़्तारी कर लेने का बयान दिया है, जो सरासर गलत है। अगर रामाश्रय सिंह की हत्यारों की गिरफ़्तारी पुलिस ने किया है तब उनकी लूटी गयी पिस्तौल और सोने का चेन पुलिस ने अबतक क्यों नहीं बरामद किया है। सुनीता सिंह ने धमकी देते हुए कहा है की उनका यह जल सत्याग्रह का आन्दोलन तब तक जारी रहेगा। जबतक की अपराधियो की गिरफ़्तारी नहीं हो जाती है।
मृतक रामाश्रय सिंह के भाई हरिनारायण सिंह के मुताबिक वे जल सत्याग्रह के माध्यम से सरकार से गुहार लगा रहे है। उन्हें जबतक न्याय नहीं मिलेगा। तब तक वे अपना सत्याग्रह ख़त्म नहीं होगा। उन्होंने कहा की एसपी साहब गलत बयानी कर रहे है की रामाश्रय सिंह के हत्यारों की गिरफ़्तारी की जा चुकी है, ऐसा नहीं है। अगर हत्यारे गिरफ्तार किये गए होते तो उनका हथियार जरुर बरामद कर लिया गया होता।
हालांकि इस मामले में एसपी मनोज कुमार तिवारी ने कहा है की रामाश्रय सिंह हत्याकांड में 4 अरोपियो को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। जिसमे आरोपी कोर्ट से बेल पर है। जबकि कुछ अपराधी फरार है। उनकी गिरफ़्तारी के लिए छापामारी की जा रही है।