गोपालगंज: रेल से सफर कर रहे मजदूरो को दिए जाने वाला फ़ूड पैकेट की गुणवत्ता नहीं है खाने लायक
गोपालगंज में बिहार यूपी की सीमा स्थित जलालपुर चेकपोस्ट से रोजाना 5 ट्रेने बिहार के अलग जिलो के लिए खुलती है। इन ट्रेनों में सफर करने वाले मजदूरो को जिला प्रशासन के द्वारा खाने के लिए फ़ूड पैकेट और पानी का बोतल इसके साथ मुफ्त में रेल का टिकट भी दिया जाता है। लेकिन इन मजदूरो जो खाने का फ़ूड पैकेट दिया जाता है उसका फ़ूड क्वालिटी अच्छा नहीं रहता है। खाने में कभी कभी महक आ जाती है। भीषण गर्मी की वजह से ये खाने पैकेट में ही ख़राब हो जाते है। जिसकी वजह से मजदूरो को या तो भूखे पेट ट्रेनों में सफर करना पड़ता है या फिर उन्हें आसपास से खाने का पैकट लेना पड़ता है।
जब आवाज़ टाइम्स की टीम ने कुचायकोट के जलालपुर रेलवे स्टेशन का जायजा लिया और जानने की कोशिश की आखिर जिला प्रशासन के द्वारा उपलब्ध कराये जा रहे खाने का पैकेट की क्या हकीकत है। तो आप जलालपुर स्टेशन के बाहर पेड़ो के आसपास आप साफ देख सकते है की खाने के पिकेट बिना खाए ही फेके गए है। फ़ूड पैकेट में खाना वैसे ही पड़ा हुआ है। जिसे बिना खाए ही फेक दिया गया है।
जब स्थानीय से लोगो से बात की गयी तो स्थानीय युवक ने बताया की जिला प्रशासन के द्वारा रात को खाना पैक कर दिया जाता है। जिसकी वजह से खाना गर्मी की वजह से ख़राब हो जाता है। लोग इस फ़ूड पैकेट को फेककर किसी ऐसे लोगों से खाने का पैकेट लेना पसंद करते है जो आस पास खाने का पैकेट बाँट रहे हो।