गोपालगंज: तत्कालीन मनरेगा कार्यक्रम पदाधिकारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आदेश
गोपालगंज में कुचायकोट प्रखंड के तत्कालीन मनरेगा पीओ, लेखपाल और सेवा प्रदाता कंपनी के प्रोपराइटर पर कदाचार, अनुचित अभियोग, वित्तीय अनियमितता, जालसाजी, एवं सरकारी राशि के गबन के कृत्य में लिप्त होने को लेकर प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। उप विकास आयुक्त सज्जन आर के निर्देश पर कुचायकोट प्रखंड के कार्यक्रम पदाधिकारी मनीष कुमार श्रीवास्तव द्वारा यह प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।
विदित हो कि उप विकास आयुक्त सज्जन आर द्वारा गठित टीम ने तत्कालीन कार्यक्रम पदाधिकारी अचल चंद्र मिश्रा ,लेखपाल मिथिलेश भगत और सेवा प्रदाता कंपनी सुमन इंटरप्राइजेज के रविंद्र कुमार गुप्ता पर लगे गंभीर आरोप की जांच की थी। इस टीम द्वारा डीडीसी को सौपे गए रिपोर्ट में इन पदाधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा अनियमितता की बात सामने आई। जिसके बाद 29 अप्रैल को उप विकास आयुक्त द्वारा उनसे स्पष्टीकरण की मांग की गई थी। तत्कालीन कार्यक्रम पदाधिकारी अचल चंद्र मिश्रा, लेखापाल मिथिलेश भगत द्वारा स्पष्टीकरण के जवाब में कोई ठोस तथ्यों का उल्लेख नहीं किया गया। बल्कि अपने उत्तरदायित्व से बचने मात्र के उद्देश्य से प्रमुख विषय वस्तु से विषयंत्रित होकर और अप्रासंगिक तथ्यों का हवाला दिया गया। ऐसे में इन के विरुद्ध कदाचार, अनुचित अभियोग, वित्तीय अनियमितता ,जालसाजी एवं सरकारी राशि के गबन के कृत्य में लिप्त होने की पुष्टि हुई। जिसके बाद उप विकास आयुक्त सज्जन आर के आदेश के बाद कुचायकोट प्रखंड के कार्यक्रम पदाधिकारी मनीष कुमार श्रीवास्तव द्वारा कुचायकोट थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। प्राथमिकी दर्ज करने के बाद पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुटी है।