गोपालगंज में दो छात्र दोस्तों ने कोरोना से लड़ने के लिए सैनिटाइजर बाथ टनल का किया निर्माण
गोपालगंज में दो छात्र दोस्तों ने कोरोना से लड़ने के लिए एक ऐसे सैनिटाइजर बाथ टनल का निर्माण किया है. जिसमे से निकलने के बाद आदमी खुद ब खुद सेनिटाईज हो जायेगा. इसमें इस्तेमाल होने वाले केमिकल में 65 फीसदी अल्कोहल है और इसमें मिनरल वाटर का इस्तेमाल किया गया है. जो स्वास्थ्य के लिए बिलकुल हानिकारक नहीं है. ये कारनामा कर दिखाया है मीरगंज के दो युवको ने. जिन्होंने अपने इस गैजेट को नगर पंचायत मीरगंज को सौपा है. 18 वर्षीय आदित्य कुमार और 16 वर्षीय सर्वेश प्रकाश मीरगंज के रहने वाले है.
पूरे देश में कोरोना महामारी को लेकर हाहाकार मचा हुआ है. यहाँ कोरोना को लेकर लॉक डाउन की घोषणा की गयी है. जिसके बाद लोगो को बाजार में जाने और घरो से निकलने पर सख्त पाबन्दी लगा दी गयी है. इन दोनों छात्रो ने आम लोगो को सेनिटाईज करने के लिए एक सैनिटाइजर बाथ टनल का निर्माण किया है. इस सैनिटाइजर बाथ टनल से जैसे ही कोई व्यक्ति गुजरेगा उसके ऊपर सेनिटाईजर का छिडकाव होते ही वह खुद ब खुद सेनिटाईज होकर बाहर निकलेगा.
आदित्य कुमार के मुताबिक सेनिटाईजर बाथ को बनाने में उन्हें दो दिनों का वक्त लगा. इन दोनों छात्रो ने देखा की मीरगंज में लोग सब्जी खरीदने या अन्य आवश्यक सामान के लिए आ रहे है. लेकिन उनके कोरोना के संक्रमण का ख़तरा बना रहता है. ऐसे हालत में उन्होंने एक सस्ता सेनिटाईजर बाथ टनल का निर्माण किया है. जिसका इस्तेमाल पब्लिक जगहों पर किया जा सकता है. आज ग्रामीण इलाको में लोगो की भीड़ इकठ्ठा हो रही है. इसके साथ ही सेनिटाईजर का हर जगह उपलब्धता नहीं है. इसी लिए उन्होंने शेविंग लोशन में इस्तेमाल होने वाले अल्कोहल और उसमे घर में इस्तेमाल होने वाले मिनरल वाटर के मिक्स से इस बाथ टनल का निर्माण किया है. जिसकी लागत महज चार हजार रूपये है. इतनी छोटी राशि में बनाये गए इस बाथ टनल को इस्तेमाल मीरगंज नगर पंचायत के द्वारा भीड़ भाड़ वाले इलाके में किया जा सकता है. जहा लोगो के कोरोना से संक्रमण का खतरा है.
सेनिटाईजर के निर्माण में जुटे सर्वेश प्रकाश ने बताया की आज कोरोना का कोई उपचार नहीं बना है. ऐसे में सिर्फ बचाव ही इसका एकमात्र उपाय है. उनके द्वारा बनाया गया यह सेनिटाईजर बाथ टनल बजट फ्रेंडली के साथ मैन्युअल इस्तेमाल के लिए है. वे जल्द ही इसका आटोमेटिक वर्जन भी इस्तेमाल के लिए नगर पंचायत को सौपेंगे.