कानून से हाथ बंधे हैं, नहीं तो लाखों सिर धड़ से अलग कर देते – बाबा रामदेव
भारत माता की जय बोलने को लेकर चल चल रही बहस में अब योग गुरु बाबा रामदेव भी कूद पड़े हैं। इस बहस में शामिल होते हुए उन्होंने एक विवादित बयान दिया है जिससे उनकी मुश्किलें बढ़ सकती है। बाबा रामदेव ने ओवैसी का नाम लिए बिना बाबा ने कहा कि कुछ लोग टोपी पहन कर खड़ा हो जाते हैं और कहते हैं कि चाहे सिर काट दें, लेकिन भारत माता की जय नहीं बोलेंगे। उन्हें ये नहीं पता कि कानून से हाथ बंधे हैं, नहीं तो लाखों सिर धड़ से अलग कर देते। बाबा रामदेव रोहतक में आयोजित सद्भावना समारोह में भाग लेने पहुंचे थे।
बाबा रामदेव वैसे तो रोहतक में सामाजिक सोहार्द बनाने के लिए आयोजित कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे थे, लेकिन देश भक्ति का सहारा लेकर बाबा रामदेव ने ओवैसी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि आज कल कुछ लोग टोपी पहन कर ये कहते हैं कि चाहे सिर धड़ से अलग हो जाए वे भारत माता की जय नहीं बोलेंगे। लेकिन शायद उन्हें ये पता नहीं कि देश के कानून का सम्मान करते हैं। नहीं तो अगर कोई भारत माता का अपमान करे तो लाखों सिर धड़ से अलग कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि जो मजहब भारत माता की जय बोलने को सही नहीं मानता हो, वह मजहब देश के हित में नहीं है।
बाबा रामदेव के इस बयान पर लालू यादव ने कहा कि जो इस तरह की बात बोलते हैं वो हिंदू और मुस्लिमों का दुश्मन है। उन्होंने कहा कि औवैसी और आरएसएस में कोई अंतर नही है। वहीं जेडीयू नेता केसी त्यागी ने कहा कि बाबा रामदेव जिस भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं वो विद्रोह की भाषा है। उन पर मुकदमा दर्ज होना चाहिए।
इससे पहले महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने नासिक के एक कार्यक्रम मे कहा कि इस देश में सभी को ‘भारत माता की जय’ बोलना ही पड़ेगा। जय नहीं बोलने वालों को देश में रहने का कोई अधिकार नहीं है। वहीं गुरुवार को ही दारुल उलूम देवबंद ने ‘भारत माता की जय’ बोलने के मसले पर फतवा जारी किया था। दारुल उलूम ने इसे गैर इस्लामी बताया था। इसके बाद से विवाद और बढ़ गया।