गोपालगंज: सड़क किनारे कचरा जमा करने से फैल रहा प्रदूषण, लोगों को हो रही है काफी परेशानी
गोपालगंज के मांझागढ़ प्रखंड अंतर्गत एनएच 28 छवही गांव के समीप पूरे शहर क्षेत्र का कचरा को सड़क किनारे नगर परिषद के द्वारा कर्मचारियों के द्वारा अम्बार लगा कर गन्दगी फैलाने के साथ कूड़े में आग लगा दिया गया है। कचरे से निकले धुंआ से फैल रहा प्रदूषण जिससे लोगो को आने जाने में काफी कठनाइयों का सामना करना पर रहा है।
एक तरफ जहाँ सरकार के द्वारा कोरोना से बचाव हेतु साफ सफाई रखने का संदेश दिया जा रहा है। वही शहर का कचरा ग्रामीण क्षेत्रो में लाकर कचरा का अंबार लगाने से जहा गन्दगी फैल रही है। जिसे ग्रमीणों का मानना है कि कोरोना आमंत्रित करने से कम नही है। पूरे शहरी इलाके का कचरा को उठाकर एनएच के किनारे खुलेआम रुप से प्रतिदिन फेंका जा रहा है। जिससे आने जाने वाले यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
एक तरफ कोरोना वायरस को लेकर हर जगह साफ-सफाई सहित अन्य कार्य के लिए विभाग सहित आमजन कमर कस कर अपनी जिंदगी को बचाने के लिए दिन रात मुस्तैद दिख रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ काफी मात्रा में कचरे को खुले रुप से फेंक कर इस संक्रमित वायरस को फैलाने का भी कार्य खुलेआम किया जा रहा है। एनएच 28 से प्रतिदिन दोपहिया चार पहिया वाहनों सहित छोटे बड़े हजारो वाहनों को आना जाना लगा रहता है। कचड़े में लगे आग से निकल धुवा को पार करना काफी कठिन दिख रहा है। इस कचड़े से निकल रहे बदबू से आस पास के ग्रामीण परेशान है कई बार ग्रामीणों जिला परिषद के कर्मचारियों को सड़क के किनारे कचरा जमा करने मना किया है। नही मानने पर प्रशसन से शिकायत भी किया। फिर भी कचरा का अंबार लगा हुआ है। जिससे यात्रियों को सिकमी से आरार मोड़ तक नाक बंद करके सवारियों का परिचालन करना पड़ रहा है। जहां पर मिंटो में कई भारी वाहन गुजरते हैं। इस तरह की विषम परिस्थिति में खतरे की संभावना काफी बढ़ गई है।
मालूम हो कि रोगी सहित आमजन एवं काफी संख्या में लोड ट्रक एनएच 28 से चौबीसों घंटे गुजरते हैं लेकिन एनएच के किनारे खुलेआम प्रतिदिन काफी कचड़ा फेंकने से यहां की स्थिति काफी विकट एवं खराब होती नजर आ रही है।