सिवान: चार दिन पूर्व अपहृत बच्चे का शव कुए से हुआ बरामद, आक्रोशित लोगों ने सड़क किया बंद
सिवान: लकड़ी नबीगंज ओपी थाना क्षेत्र के बसौली पंचायत के उज्जैना गांव से बीते 23 जनवरी के रात्रि में घर में अपने परिजनों के साथ सो आठ वर्षीय सुमित कुमार का अपहरण कर लिया गया था। अपहृत बच्चा युवा राजद के पंचायत अध्यक्ष वीरेंद्र यादव का बड़ा पुत्र है। अपहरण के चार दिन बाद रविवार के सुबह में बच्चे की तलासी के दौरान घर से दो सौ मीटर की दूरी पर स्थित खेत के कुए में शव तैरता देखा गया।
जैसे ही बच्चे की शव की सूचना मिली लोग आक्रोशित हो कर बल्थरा नबीगंज मुख्य सड़क को लछुआ बाजार के पास बंद कर डीएम और एसपी को बुलाने की मांग को लेकर करीब चार घण्टे तक सड़क बंद रखा। वही शव की मिलने की सूचना पर एसडीपीओ महाराजगंज हरीश शर्मा, पुलिस इंस्पेक्टर वृजनन्द कुमार, भगवानपुर हाट थानाध्यक्ष बिपिन कुमार, बसंतपुर थानाध्यक्ष रणधीर कुमार पुलिस बल के साथ पहुच बच्चे के शव को कब्जे में लेने का प्रयास किया तभी ग्रामीणों ने विरोध करते हुए कहा कि जबतक एसपी और डीएम नहीं आते है तबतक शव को कुए से नहीं निकाला जाएगा। जबकि लोगों के आक्रोशित होते देख एसडीपीओ ने अधिक मात्रा में पुलिस बल तैनात कर स्थिति को नियंत्रित किया गया।
गौरतलब है की 24 जनवरी को पुत्र के अपहरण की आशंका जाहिर करते हुए वीरेंद्र यादव ने गांव के ही पुण्यदेव राय, बिल्टू राय, जनक राय तीनों के पिता स्व.इन्द्रासन राय व जितेंद्र राय, पीताम्बर राय पिता पुण्यदेव राय सहित गोपालगंज जिला के बैकुंठपुर थाना क्षेत्र के फैजुलाहपुर शैलेन्द्र राय व ब्लेंडर राय पिता सत्यदेव राय व सत्यदेव राय उर्फ बादल को अपहरण करने की आशंका जाहिर करते हुए आवेदन दिया था। दिए गए आवेदन में कहा गया था कि पूर्व में ज़मीनी विवाद को लेकर मेरे पुत्र का अपहरण किया गया होगा। लेकिन आवेदन के आलोक में पुलिस ने आरोपी पर करवाई करने के बदले पीड़ित परिवार के घर की ही तलासी की है।
परिजनो ने थानाध्यक्ष पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस हमलोगों के बार बार कहने पर न्यायालय का बहाना बना कर आरोपी के घर तलासी करने से इनकार कर दिए। जबकि उल्टे ही हमलोगों पर मारपीट करने के आरोप में प्रथमिकी दर्ज किए है। इतना ही नहीं जब बच्चे के अपहरण की घटना पर पुलिस की करवाई नहीं करने पर ग्रामीणों द्वारा शनिवार को हंगामा किए तो पुलिस में खानापूर्ति के लिए चार आरोपियों को थाने बुलाकर पूछताछ कर रात्रि में ही छोड़ दिया। आरोपियों के छड़ने के ठीक सुबह में ही बच्चे की शव मिलना पुलिस के कार्यशैली पर सवालिया निशान लगा देती है।
हालांकि पुलिस ने एक आरोपी जितेंद्र यादव को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। बाकी आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। एसडीओ मंजीत कुमार व विधायक सत्यदेव प्रसाद सिंह के हस्तक्षेप के बाद आक्रोशित ग्रामीण हुए शांत
बढ़ते आगजनी को देखते हुए प्रशासन ने सूझबूझ का परिचय देते हुए विधायक सत्यदेव सिंह के मध्यस्थता से परिजनों के घर बैठक कर स्थानीय थानाध्यक्ष पर करवाई करने की भरोसा दिलाते हुए मृतक के पिता से थानाध्यक्ष के खिलाफ आवेदन पत्र प्राप्त कर करवाई के लिए वरीय अधिकारियों को अग्रसारित करने की बात कही। इसपर परिजनों के रजामंदी से कुँए से शव को पुकिस ने बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए सीवान भेज दिया।
सुमित के मौत की खबर मिलते ही जो व्यक्ति जहा था वही से उसके घर की ओर रुख कर दिया था। देखतव देखते ही सुमित के चाहने वालो की हजारों की संख्या में लोग उसके घर के इर्द गिर्द पहुच गए। वही पुत्र के खोने के गम में माता आरती कुमारी के चीत्कार से पूरा माहौल गमगीन हो चुका था। जबकि इनके परिवार सहित आसपास को घरों के लोगो को यह कहते सुना गया कि जमीन का विवाद में जमीन यही रह गया जबकि मासूम की जान चली गयी।