गोपालगंज: झोपड़ी में लगी आग से झुलसी महिला की हुई मौत, मौत से जूझ रही हैं सात वर्षीय बेटी
गोपालगंज: एक पक्के मकान की आस लिए हुए एक दलित महिला और उसकी 7 वर्षीय बेटी अपने फूस की झोपड़ी में हुए अगलगी में झुलस कर बुरी तरीके से जख्मी हो गई। जिसे स्थानीय लोगों द्वारा इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां दोनों की चिंताजनक हालत को देखते हुए डॉक्टरों द्वारा उसे पटना मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। जहां एक तरफ पटना मेडिकल कॉलेज में महिला को मृत घोषित कर दिया गया। वहीं दूसरी तरफ उसकी 7 वर्षीय बेटी जिंदगी और मौत के बीच जूझ रही है। घटना रविवार के देर रात की है।
मामला मीरगंज नगर के हरखौली वार्ड नंबर 2 दलित बस्ती की है।
बताया जा रहा है कि रविंद्र राम की 40 वर्षीय पत्नी बबीता देवी रविवार की रात अपने सात वर्षीय बेटी रिया कुमारी के साथ टीन शेड को पतहर के बोझे से घेरकर बनाए गए झोपड़ी में सोई हुई थी। इसी दौरान झोपड़ी के बगल में जलाए गए अलाव के चिंगारी से पतहर के बोझे में लगी आग के कारण झोपड़ी के अंदर सो रही महिला बबीता देवी और उसकी सात वर्षीय बेटी रिया कुमारी बुरी तरीके से झुलस कर जख्मी हो गई। जिसे लोगों द्वारा इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां दोनों की चिंताजनक हालत को देखते हुए डॉक्टरों द्वारा पटना मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। जहां एक तरफ डॉक्टरों द्वारा महिला को मृत घोषित कर दिया गया। वहीं उसकी 7 वर्षीय बेटी रिया कुमारी अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रही है। घटना में 7 बकरियां भी जलकर मर गई हैं। घटना के बाद मीरगंज हरखौली वार्ड नंबर 2 स्थित उसके आवास पर चीख-पुकार मची हुई है। घटना के समय जहां एक तरफ उसका पति रिक्शा चलाने के लिए शहर में कहीं गया हुआ था। वहीं दूसरी तरफ उनके अन्य बच्चे बगल में बने अस्थाई झोपड़ी में सोए हुए थे। बताया जा रहा है कि रविंद्र राम की तीन बेटी और दो बेटे हैं। एक बेटी की वह पूर्व में शादी कर चुका है। वह भी घटना से कुछ दिन पूर्व ही आकर अपने मायके में ही रह रही थी। जबकि घटना के बाद 11 वर्षीय बेटे राहुल कुमार, 9 वर्षीय विक्की कुमार, 15 वर्षीय बेटी कुत्ती कुमारी का भी रो रो कर बुरा हाल है। जिसे मनाने के लिए आसपास के लोग लगे हुए हैं।