गोपालगंज के मांझा के बीडीओ अजीत कुमार को डीयू के दीक्षांत समारोह में मिली डॉक्टरेट की उपाधि
गोपालगंज के मांझागढ़ प्रखण्ड के बीडीओ अजीत कुमार को पीएचडी पूर्ण करने के उपरांत दिल्ली विश्वविद्यालय, दिल्ली के 96वें दीक्षांत समारोह में डॉक्टरेट की उपाधि प्रदान की गयी। अजीत कुमार को यह डिग्री हिंदी भाषा और साहित्य विषय मे दी गयी है। उनके पीएचडी शोध का शीर्षक है “हिंदी के डायरी साहित्य का आलोचनात्मन अध्ययन” अजीत कुमार ने अपने शोध कार्य को डीयू के प्रोफेसर पूरणचंद टंडन के निर्देशन में हिंदी विभाग डीयू से पूर्ण की।
इस शोध ग्रंथ से हिंदी के डायरी साहित्य को एक नई दिशा मिलेगी। इस ग्रंथ में शिवपूजन सहाय, धीरेंद्र वर्मा, दिनकर मोहन राकेश, हरिवंश राय बच्चन, निर्मल वर्मा, रामवृक्ष बेनीपुरी, रमेशचंद्र साह, मंगलेश डबराल मलयज आदि नामचीन साहित्यकारों की निजी डायरियों का साहित्यिक एवं सामाजिक पक्षो का गहराई से विश्लेषण विवेचन किया गया है। इस तरह डॉ0 अजीत कुमार के शोध ग्रंथ हिंदी के डायरी साहित्य का आलोचनात्मन अध्ययन के प्रकाशित होने से साहित्य के कई अनछुए पहलुओं का पहली बार उद्धघाटन होगा। साथ ही डायरी साहित्य जैसे नवीन अकाल्पनिक गद्य विधा को एक साहित्यिक विधा के रूप मे प्रतिष्ठा दिलाने में इस शोध प्रबंधन का अहम योगदान साबित होगा।